दरअसल, शास्त्रीनगर थाना मेडिकल अंसल कॉलोनी में रहने वाले संदीप का टेंट का बड़ा काम हुआ करता था। उनकी आनंद टेंट के नाम से दुकान थी। बताया जा रहा है कि करीब ढाई साल पहले उनके टेंट हाउस में भीषण आग लग गई थी। जिसमें करीब 70—80 लाख रुपये का नुकसान हुआ था। उसके बाद से ही परिवार आर्थिक तंगी और बदहाली का शिकार होता चला गया। एक साल पहले संदीप कुमार कुछ संभले तो कोरोना के चलते हुए लाकडाउन ने उसको बुरी तरह से तोड़कर रख दिया। जिसके बाद वे कर्ज के बोझ तले दबते चले गए।
बताया जा रहा है कि इसी आर्थिक तंगी के चलते बुधवार की सुबह उन्होंने पत्नी और बेटे के साथ जहर खाकर जान देने की कोशिश की। जहर खाने की जानकारी आसपास के लोगों को हुई तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को इलाज के लिए लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर संदीप का बेटा खतरे से बाहर है। जबकि संदीप की पत्नी लक्ष्मी की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं लोकप्रिय अस्पताल से मिली जानकारी के बाद बताया जा रहा है कि संदीप खतरे से बाहर हैं।