जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान के संपर्क मेें रह रहे नदीम के फोन से बरामद 70 पेज की पीडीएफ फाइल में आतंक फैलाने का तरीके और फिदायीन बनने के तरीके को बताया गया है। इस पीडीएफ में कैसे बारूद एकत्र करते हैं और फिर फिदायीन हमले का पूरा विस्तार से ब्यौरा दिया गया है। एटीएस के हाथ कई ऐसे अहम सुराग लगे हैं। जिसमें चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सहारनपुर के थाना गंगोह के गांव कुंडाकला निवासी नदीम को आतंकियों ने पीडीएफ भेजकर उसके दिशा निर्देशों को पूरा करने को कहा था। इसके बाद उसे फिदायीन हमले की विशेष ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान बुलाया गया था। जहां पर उसे बताया जाना था कि किन-किन जगहों पर हमले करने हैं।