यह भी पढ़ें- महिला ने बेटे को दिया जन्म लेकिन अस्पताल ने सौंप दी बेटी, अब डीएनए से सामने आएगा सच दरअसल, देवलोक कॉलोनी निवासी अक्षयलाल ई-रिक्शा चलाते हैं। उनका 10 वर्सीय बेटा प्रिंस अपनी बहन प्रीति (8) व प्रियंका (5) के साथ घर के बाहर खेल रहा था। इस दौरान दो महिलाएं गली में आईं। उन्होंने खुद को स्वास्थ्य विभाग से बताते हुए कहा कि वह टीबी-खांसी का सर्वे करने आई हैं। इस दौरान उन्होंने तीनों बच्चों को साथ चलने के लिए कहा। दोनों बहनों ने मना कर दिया। जबकि प्रिंस साथ चला गया। मोहल्ले के लोगों ने सोचा कि दोनों महिलाएं बच्चे को जांच के लिए ले गई होंगी। काफी देर बाद बच्चा नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखी तो दो महिलाएं बच्चे को पैदल ले जाते हुए नजर आईं। पुलिस ने सर्वे टीम को बुला लिया। बच्चों से पहचान कराई, लेकिन वे महिलाएं नहीं पाई गईं। पिता अक्षयलाल ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस टीमें बच्चे की खोजबीन कर रही हैं। सीसीटीवी फुटेज में एक युवती लाल रंग की जैकेट पहने हुए है और उसने मुंह पर मास्क लगा रखा है। जबकि दूसरी युवती ने केसरिया रंग का सूट और नीले रंग की जैकेट पहन रखी है। उस युवती ने मुंह पर दुपट्टा बांधा हुआ है। इसी युवती का हाथ पकड़कर बच्चा चल रहा है। संभवतः दोनों युवतियों ने बच्चे को कोई लालच दिया है, जिससे वह हाथ पकड़कर चल रहा है।
एसएसपी बोले- जल्द बरामद होगा बच्चा बता दें कि दिल्ली रोड पर मेवला फ्लाई ओवर तक दोनों महिलाएं दिखी हैं। इसके बाद की सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही हैं। टीपीनगर पुलिस ने प्रिंस की दोनों बहनों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि दो महिलाएं सर्वे करने आई थीं। वही उसके भाई को ले गई हैं। पुलिस ने सर्वेयर टीम को फोन किया तो पता चला कि उन्होंने भी दोपहर करीब एक बजे सर्वे किया था। पुलिस ने पूरी टीम को बुला लिया। बच्चों से पहचान कराई। उनमें कोई महिला नहीं थी। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। बच्चे की बरामदगी के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।