यह हाल सिर्फ मेरठ ही नहीं अन्य जिलों का भी है। सबसे अधिक भयावह हालात फिरोजाबाद के हैं। जहां अब तक कई बच्चों समेत 62 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बात पूरे प्रदेश की करें तो अब तक डेंगू से 100 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। कृष्ण की नगरी मथुरा में भी डेंगू से 15 से ज्यादा मौतें हुई हैं। मेरठ में डेंगू के नए मरीज चिंता बढ़ा रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने में जुटा है, लेकिन यहां वायरल बुखार के मरीजों की संख्या अधिक है।
मेरठ (Meerut) में लगातार डेंगू के मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। गैर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या इस समय 150 से अधिक हो गई है। मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अखिलेश मोहन ने बताया कि मेरठ में 134 एक्टिव केस हैं। जबकि 75 मरीज स्वस्थ होकर घर वापस लौट गए हैं। अगर कल की बात करें तो डेंगू के 26 नए मरीज मेरठ में मिले थे। उन्होंने कहा कि लोग पहले के मुकाबले ज्यादा जागरूक हो रहे हैं। हर जगह लोगों ने साफ सफाई रखनी शुरू कर दी है। सीएमओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लार्वा मिला है। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिस घर में डेंगू निकलता है उसके आसपास के 50 घरों का निरीक्षण करती है। डेंगू के मरीज मिलने के बाद टीम फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे लगातार कर रही है। जिसके अच्छे परिणाम अब आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर सर्वे में वायरल के रोगी अधिक मिल रहे हैं। जिसमें लगभग अब तक 4200 केस मिले हैं। डेंगू के प्रकोप में समय और सावधानी बरतने की जरूरत है। वायरल बुखार ने लोगों को तपा के रख दिया है। डेंगू का बुखार समय के साथ कम होने लगेगा बस यदि थोड़ी सी सावधानी रखने की जरूरत है।