scriptUTKAL EXPRESS TRAIN ACCIDENT: आंखोदेखी… पहले ही हो गया था मौत की साजिश का अनुमान | UTKAL EXPRESS TRAIN ACCIDENT: OLDMAN READ BEFORE THE FOOTSTEPS OF DEATH | Patrika News

UTKAL EXPRESS TRAIN ACCIDENT: आंखोदेखी… पहले ही हो गया था मौत की साजिश का अनुमान

locationमेरठPublished: Aug 20, 2017 03:24:00 pm

Submitted by:

Iftekhar

सिर्फ दस सेकेंड…आैर सुहावना मौसम बदल गया चीत्कार में!, बुजुर्ग जगत सिंह ने २०० मीटर दूर से देख ली थी अनहोनी, कहा- इतना नुकसान होने के बाद न अफसर आया

UTKAL EXPRESS TRAIN ACCIDENT: OLDMAN READ BEFORE THE FOOTSTEPS OF DEATH

UTKAL EXPRESS TRAIN ACCIDENT: OLDMAN READ BEFORE THE FOOTSTEPS OF DEATH

 मुजफ्फरनगर। पिछले कर्इ दिनों से खतौली में बारिश नहीं हो रही थी, शनिवार को बारिश हुर्इ तो मौसम सुहावना हो गया था। पटरी पर काम करने वाले रेलकर्मी भी बारिश से बचने के लिए १०-१२ मीटर दूर बने मकान-दुकान की आेट में खड़े हो गए। जिनके नाम से यह जगत कालोनी है, यह बुजुर्ग जगत सिंह पटरी के बराबर में ही अपने मकान की गैलरी में अपने परिवार के बेटे, बहू व बच्चे गैलरी में ही मौसम में हुर्इ ठंडक के कारण कुर्सी डालकर बैठे हुए थे। जगत सिंह एेसे ही घूमते हुए गैलरी के गेट पर खड़े हो गए, जो रेलवे लाइन की आेर है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने मेरठ की आेर से आ रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस को देखा, तो उसके डिब्बे बहुत हिल-डुल रहे थे। उन्हें बड़ा अजीब लगा उन्होंने अपने परिवार के लोगों को तुरंत अंदर भेजा। सिर्फ दस सेकेंड में ही यह सबकुछ हो गया। उन्होंने बताया कि पटरी मरम्मत के लिए कटी हुर्इ थी, इसलिए पटरी ट्रेन का भार नहीं झेल पा रही थी, इसलिए दूर से उन्होंने अनहोनी देख ली थी। इसके बाद जोर से धमाका हुआ आैर चारों आेर धुआं ही धुआं हो गया। रेल यात्रियों की जोर-जोर से दर्दनाक आवाजें लगीं। जगत सिंह के मकान आैर स्कूल के अगले हिस्से पर ट्रेन के डिब्बे आकर गिरे। इससे काफी नुकसान पहुंचा है।
नहीं आए अफसर आैर मंत्री

घायल जगत सिंह ने बताया कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद सारे अफसर आैर मंत्री पटरी के आसपास से होकर ही चले गए, उनके यहां किसी ने आकर देखा तक नहीं, जबकि उनका घर आैर स्कूल पूरी तरह से हिल गया है। उन्होंने कहा कि वह रेल मंत्रालय से अपने हुए नुकसान का क्लेम करेंगे आैर मुआवजा मांगेंगे, क्योंकि उनकी कालोनी रेलवे की जमीन पर नहीं है।
फिलहाल इस हादसे के बाद एक बार फिर सवाल रह गए हैं, उनके पीछे कुछ परिवारों की चीत्कार रह गयी है, और उनके मन में रह गयी है उनके अपनों की कुछ यादें.

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो