scriptLockdown: पालतू जानवर को नहीं लगी है वैक्सीन तो लॉकडाउन के दौरान बरतें ये सावधानी | Veterinarians said save dogs and pets going outside during Lockdown | Patrika News
मेरठ

Lockdown: पालतू जानवर को नहीं लगी है वैक्सीन तो लॉकडाउन के दौरान बरतें ये सावधानी

Highlights

पशु चिकित्सकों ने कहा- डॉग समेत अन्य पालतू जानवरों को बाहर जाने से बचाएं
घर से बाहर के जानवरों के सम्पर्क में नहीं आने दें अपने पालतू जानवरों को
कहा- कोरोना वायरस का संक्रमण पशुओं से पशुओं में बहुत जल्दी फैलता है

 

मेरठApr 07, 2020 / 01:43 pm

sanjay sharma

meerut
मेरठ। कोरोना के संक्रमण और लॉकडाउन के दौरान बाहर न निकलने की हिदायतें आम लोगों को दी ही जा रही है। अब पशु चिकित्सकों ने पालतू जानवरों को भी बाहर न निकालने की चेतावनी दी है। पशु चिकित्सकों का कहना है कि हालांकि घर में पाले जाने वाले कुत्तों को वायरस वैक्सीन लगती है, जो कि 90 प्रतिशत कुत्तों को लग चुकी होती है। लेकिन अगर आपके पास घर में कुत्ता पाला हुआ है और उसको वैक्सीन नहीं लगाई गई है तो अपने कुत्ते को बाहर नहीं निकालें, क्योंकि इससे उसे संक्रमण होने का खतरा हो सकता है।
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पशु चिकित्सक वीपी सिंह कहते हैं कि 5 दिनों तक की उम्र वाले कुत्तों के लिए सबसे पहले सेवन इन वन वेक्सीन लगाई जाती है। बाजार में इसकी कीमत 500 रुपये होती है। वहीं दूसरी वैक्सीन कोरोना वायरस के लिए लगाई जाती है। यह भी बाजार में आसानी से मिल जाती है। तीसरी वेक्सीन रेबीज की होती है। बाजार में यह 100 रुपये की मिलती है। हालांकि सरकार की ओर से यह वैक्सीन निशुल्क पशुओं में लगाई जाती है। उन्होंने बताया कि लोगों ने घरों में पाले कुत्ते को वायरस वैक्सीन नहीं लगाई गई है तो ऐसे कुत्तों को घर से नहीं निकाला जाना चाहिए। इससे कोरोना वायरस के फैलने का खतरा रहता है। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट डॉग्स को किसी प्रकार की कोई वैक्सीन नहीं लगाई जाती है। जिससे पशुओं से पशुओं में संक्रमण जल्दी फैलता है।
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क्या है कोरोना वायरस

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध ऐसे परिवार से है। जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के अनुसार बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके प्रमुख लक्षण हैं। वहीं अगर ये बीमारी पशुओं में हो जाती है तो पशुओं को सांस की बीमारी के साथ ही खांसी की समस्या हो जाती है।
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