यह भी पढ़ें- यूपीपीएससी परीक्षा शुरू, परीक्षाथियों काे मिली सैनिटाइजर ले जाने की अऩुमति बता दें कि बीएसए की नाक के नीचे प्राइमरी के शिक्षकों से ऑडिट के नाम पर 200-200 रुपए वसूले जा रहे थे। अवैध वसूली का वीडियो वायरल हुआ तो बीएसए भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए। खुलेआम जमकर चल रही इस अवैध वसूली में लाखों रुपए वसूल किए जाने की आशंका जताई जा रही है। जिले में 11 ब्लॉक हैं और इन सभी 11 ब्लॉक के स्कूलों में ही ऑडिट होना था। शिक्षकों से यह वसूली खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में हो रही थी। जहां पर बकायदा दो सौ रूपये की पर्ची भी शिक्षकों को काटकर दी जा रही थी। वायरल वीडियो मेरठ के डीएम के बालाजी के पास तक पहुंचा तो हड़कंप मच गया।
इस बारे में जब बीएसए सतेन्द्र ढाका से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस पूरे मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए पल्ला झाड लिया। डीएम ने इसकी जांच बैठा दी तो बीएसए सतेन्द्र ढाका ने एक्शन लेते हुए वसूली करते वाले प्राइमरी के अध्यापक को तत्काल निलंबित कर दिया। निलंबित किए गए अध्यापक का नाम विनोद कुमार शर्मा है, जो कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय पचगांव में तैनात है। बीएसए ने निलंबन के बाद इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी रजपुरा व दौराला को जांच अधिकारी नामित किया है। इस बारे में डीएम के बालाजी ने बताया कि एक वीडियो संज्ञान में आया है। जिसकी जांच की जा रही है। वहीं बीएसए को इस पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।