यह भी पढ़ें- शीतलहर और घने कोहरे के चलते अब पड़ेगी कड़ाके की ठंड, गलन के साथ बारिश का भी अलर्ट, ऐसा रहेगा नये साल का मौसम जबरदस्त शीतलहर से मेरठ और आसपास के जिलों में जीवन ठहर सा गया है। मौसम विभाग ने पहले आरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन जिस तरह से शीत लहर अपने पूरे चरम पर है और पारा नीचे जा रहा है उसको देखते हुए ही आरेज अलर्ट को येलो में तब्दील कर दिया गया है। पश्चिम उप्र के जिलों में अत्यधिक ठंड का असर देखने को मिल रहा है। वहीं फसलों एवं पेड़-पौधों पर ओस की बूंदे भी दिखी। सूर्य देव ने बुधवार सुबह दर्शन नहीं दिए। इससे पूर्व सुबह से ही हाइवे कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया।
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या ठंड से बचने के लिए लोग घरों व दफ्तरों में रूम हीटर या फिर अलाव का सहारा ले रहे हैं। वहीं, ठंड की चपेट में आने से बुखार, वायरल, खांसी, जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। सरकारी व निजी अस्पतालों में इनकी संख्या बढ़ रही है। चिकित्सकों की मानें तो इस समय बुजुर्ग व बच्चों और महिलाओं को सर्दी से बचकर रहना चाहिए। दमा, अस्थमा के मरीजों को इस मौसम में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं ठंड का असर सफर पर भी पड़ रहा है।