Highlights:
-मेरठ में गत 15 वर्षों में 6 जनवरी को रिकार्ड हुआ 21 डिग्री अधिकतम तापमान
-वर्ष 2005 में इससे पहले रिकार्ड किया गया था 18 डिग्री अधिकतम तापमान
-सुबह 3 बजे से हो रही रूक-रूककर बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
पत्रिका न्यूज नेटवर्कमेरठ। बुधवार सुबह तीन बजे से हो रही रूक-रूककर बारिश और अधिकतम तापमान 21 डिग्री पहुंचने से मेरठ में पिछले 15 वर्षों का रिकार्ड मौसम ने तोड़ दिया है। मौसम विभाग के अनुसार दिन में भी बारिश के पूरे आसार बने हुए हैं। वहीं बारिश के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम में यह परिवर्तन वेस्टर्न डिस्टरवेंस के चलते हो रहा है। कृषि अनुसंधान के मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि छोटे-छोटे पश्चिम विक्षोभ के कारण मौसम में यह परिवर्तन देखा जा रहा है। वहीं मंगलवार को यह तापमान 23 डिग्री तक पहुंच गया था। जो कि समान्य से 3 डिग्री अधिक बताया जा रहा है।
यह भी पढ़ेंं: कड़ाके की ठंड के बीच बारिश ने तोड़ा 20 साल का रिकॉर्ड, अगले 24 घंटे इन शहरों में ओलावृष्टि की चेतावनी न्यूनतम तापमान में भी जबरदस्त परिवर्तन देखा जा रहा है। न्यूनतम तापमान मंगलवार को 11.5 डिग्री था, जो कि अपने स्तर से 4 डिग्री अधिक था। बुधवार को सुबह न्यूनतम तापमान 11 डिग्री और अधिकतम तापमान 21 डिग्री रिकार्ड किया गया। दिन में इसके और अधिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इस तापमान ने पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पश्चिम उप्र के अन्य जिलों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। मेरठ के अलावा नोएडा, हापुड, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, बागपत में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। बुधवार सुबह 7 बजे तक सर्दी के साथ मेरठ वालों को शीत लहर का सामना भी करना पड़ा। शहर में सुबह से ही भारी कोहरा है जिसकी वजह से ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।
डा. एन सुभाष केे अनुसार बहुत घना कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 से 50 मीटर के बीच होती है। घना कोहरा तब माना जाता है जब दृश्यता 51 से 200 मीटर के बीच होती है। दृश्यता, 201 से 500 मीटर रहने पर बीच की मानी जाती है। उथला कोहना तब माना जाता है जब दृश्यता 501 से 1,000 मीटर तक होती है। पिछले कुछ दिनों से मेरठ और पश्चिम उप्र के तापमान लगातार अंतर आता जा रहा है। जनवरी में औसतन न्यूनतम तापमान पिछले 15 वर्षों में दूसरा सबसे अधिक तापमान था। 8 जनवरी से लोगों को ठंड के चलते परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान पश्चिम उप्र का तापमान और गिरेगा।