आमतौर पर मई का महीना लू और तेज गर्मी वाला माना जाता रहा है लेकिन इस बार मई माह में भी गर्मी के वो तेवर देखने को नहीं मिल रहे जो पहले दिखाई देते थे। मई और जून दो महीने प्रचंड गर्मी पड़ती थी और इस गर्मी और लू के चलते सड़कें भी सूनसान हो जाती थी लेकिन इस बार न तो गर्मी के वो तेवर देखने को मिल रहे हैं और न लू का कहीं नामोनिशान है। गर्मी और लू के इन तेवरों को वातावरण में बने पश्चिमी विक्षोभ की श्रृखला ने पूरी तरह से खत्म कर दिया है।
मौसम विभाग (
mausam news ) के अनुसार आने वाले तीन दिन तक बारिश के आसार बने हुए हैं। पश्चिमी यूपी के कई जिलों में सोममवार को बूंदाबादी और बरसात हुई। आसमान में बादलों और सूरज के बीच आंख मिचौली का खेल चलता रहा जिससे तापमान में काफी परिवर्तन आ गया। जो तापमान 40 डिग्री के पार जाने को तैयार था शाम तक वही तापमान 35-36 से डिग्री के बीच आ गया। अधिकतम तापमान इस समय 25 डिग्री तक ही रिकार्ड किया जा सका। यानी तापमान में आए अंतर से लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है।
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एन सुभाष ने बताया कि मौसम में यह तब्दीली पश्चिमी विक्षोभ के कारण बन रही है। इन समय वातावरण में कई प्रकार के पश्चिमी विक्षोभ बने हुए हैं जो कि बारिश के कारक बन रहे हैं। इस समय तापमान में कमी भी इसी के कारण आ रही है उन्होंने बताया कि अब लू पड़ने की संभावना समाप्त हो चुकी है। लू मई महीने के दूसरे सप्ताह में अपने प्रचंड स्तर पर होती हैै लेकिन इस बार लू की संभावना खत्म सी हो गई है। वर्तमान हालात बरसात के बन रहे हैं। सोमवार से तीन दिन तक बरसात की आशंका है।