आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि जिस समय केंद्र में और प्रदेश में मोदी—योगी की सरकार बनी उस दौरान ब्राहमणों ने सबसे पहले आगे आकर मोदी—मोदी और योगी—योगी का नारा लगाया था। आज उसी योगी के शासनकाल में ब्राहमणों पर अत्याचार हो रहे हैं। भाजपा आज ब्राहमण द्रोही सरकार हो गई है। सबसे अधिक एनकाउंटर योगी सरकार में ब्राहमणों के हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब ब्राहमणों ने कांग्रेस से मांग की है कि वे आगे आए और ब्राहमणों के नेतृत्व में सरकार बनाएं।
कांग्रेस से हो सकते हैं सीएम पद के लिए ब्राहमण दावेदार
आचार्य प्रमोद कृष्णम 2022 में कांग्रेस की ओर से सीएम पद के लिए ब्राहमण उम्मीदवार घोषित हो सकते हैं। इस प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें कभी पद का लालच नहीं रहा है। कांग्रेस ने कभी जाति की राजनीति नहीं की है। न ही आगे करेगी। यह मांग ब्राहमण समाज की ओर से उठ रही है। ब्राहमण समाज ने सपा,बसपा के बाद भाजपा सरकार को भी देख लिया है। खुद ब्राहमण समाज की मांग है कि 2022 में वे कांग्रेस के साथ खड़े होंगे। इसके लिए कई ब्राहमणों के संगठन खुद उनसे मिले। यहां तक कि सोनिया गांधी को पत्र लिखकर ये मांग की है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम को 2022 का सीएम कंडीडेट घोषित करें।