पीड़ित व्यापारी अंश सोनी, अर्जुन कुमार और राम मूरत का आरोप है कि वह लोग 27 नवंबर की सुबह 6.45 बजे मिर्जापुर रेलवे मानिकपुर जाने के लिये प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर क्षिप्रा एक्सप्रेस में बैठे थे। इसी दौरान तीन युवक ट्रेन में चढ़ और खुद को स्पेशल ब्रांच का बताते हुए कहा कि आप लोगों के खिलाफ मैसेज मिला है। इतना कहकर तीनों को जबरन खिंचते हुए ट्रेन से उतार लिया और रेलवे कालोनी में खड़ी सफेद रंग की टाटा सफारी में बैठाकर पथरिया रोड ले गए। आरोप है कि उन लोगों ने अर्जुन गुप्ता के जेब में रखा 20 ग्राम वजन का सोने का हार और 22 हजार रुपया नगद व राम मूरत सोनी के जेब में रखा 7 ग्राम सोने का झुमका छीन लिया। विरोध करने पर इन लोगों ने पिटाई की गयी और मुकदमे में फंसाकर बंद करने की धमकी दी गयी।
पीड़ितों के मुताबिक उन्हें जंगीरोड स्थित कोणार्क होटल ले जाया गया जहां धमकाते हुए प्रयागराज जाने वाली बस में यह कहते हुए बैठा दिया गया कि वहां से अपने घर चले जाना। अगर किसी से कुछ कहा तो अंजाम बुरा होगा। इसकी जानकारी तीनों ने गणेशगंज स्थित अपने रिश्तेदार को जाकर दी। हालांकि 27 नवंबर को शिकायत मिलने के बाद भी कटरा कोतवाली की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुइ। इसके बाद पीड़ित व्यापारी बीजेपी नेता मनोज श्रीवास्तव से मिले और उन्हें सारी बात बतायी।
मनोज श्रीवास्तव ने एसपी धर्मवीर सिंह को पूरी घटना से अवगत कराते हुए कार्रवाई करने कीमांग की। जिसके बाद बाद एसपी ने स्वाट टीम के एक उप निरिक्षक सहित दो पुलिस कर्मियों को निलम्बित कर दिया। पत्रिका से बात करते हुए मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि बांदा से आए व्यापारी गणेशगंज से सोने का जेवर बनवाकर लौट रहे थे, लेकिन इसी बीच स्वाट टीम के लोगों ने उनके साथ ऐसी घटना कर दी, जिनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है।
By Suresh Singh