नोडल अधिकारी सुरेंद्र विक्रम सिंह दल बल के साथ सीधे घंटाघर व लालडिग्गी पर स्थित नगरपालिका का निरीक्षण करने पहुंचे। घंटाघर में नगर पालिका के कार्यालय के ऊपरी हिस्सें में पुराने अभिलेख कक्ष के निरीक्षण के लिये पहुंचे तो पहले तो कार्यालय के कर्मियों ने चाभी लाने में आना कानी कर दी। परन्तु, जब नोडल अधिकारी का तेवर बिगड़ते देखा तो तत्काल एक कर्मचारी द्वारा चाभी लाया। निरीक्षण के लिए अन्दर का मंजर देखते ही नोडल अधिकारी भी हतप्रभ रह गये। कमरे के अंदर नगरवासियों का जन्म मृत्यु प्रमाण व अन्य महत्वपूर्ण कागजात जमीनों पर रखे गए हैं जो सड़ रहे है। पुराने आलमारियों पर रखे कागजात भी बेहद खराब हालत में थे जिस पर नोडल अधिकारी ने रिकार्ड रूम लिपिक बालगोविन्द को कड़ी फटकार लगाई। सभी अभिलेखों को सही से रखने का निर्देश दिया। वहीं जब वह कार्यालय के लेखा-प्रभाग के निरीक्षण के लिए पहुंचे तो वहां की हालत तो और भी ज्यादा खराब थी।
शासन द्वारा नगर पालिका को विभिन्न मदों में मिले 26 करोड़ 87 लाख 74,282 रूपये का लेजर रजिस्टर मांगने पर बताया गया कि इसका लेजर रजिस्टर ही नहीं बनाया गया है। जिस पर नोडल अधिकारी भड़क गए और कहा कि रजिस्टर को गायब कर दिया गया है। प्रथम दृष्टया यह गबन का मामला प्रतीत होता है। लेजर रजिस्टर न मिलने व किसी प्रकार का हिसाब न देने पर नोडल अधिकारी के द्वारा नगर मजिस्टेट की अध्यक्षता में मुख्य कोषाधिकारी, प्रभारी अधिकारी नगर पालिका, ईओ नगर पालिका और एकाउण्टेंट नगर पालिका की उपस्थित में सभी पुराने अभिलेखा का रख-रखाव तथा नगर पालिका के सभी आय बजट का निरीक्षण कर रिपोर्ट 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत किया जाने और लेजर रजिस्टर गायब करने के मामले में नगरपालिका लेखाकार व सहायक लेखाकार पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया। नोडल अधिकारी के निरीक्षण कद दौरान नगरपालिका कर्मियों में हड़कंप मचा रहा। बतादें कि पिछले छ: सालों से नगरपालिका में अध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा है। इससे पहले नगरपालिका अध्यक्ष के रूप ने राजकुमारी खत्री अध्यक्ष रही है। वर्तमान में मनोज जायसवाल नगरपालिका अध्यक्ष है। इससे पहले भी नगरपालिका में गाहे बगाहे भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। मगर यह पहली बार है।जब किसी अधिकारी के जांच में करोड़ों के हेरफेर की आशंका व्यक्त की जा रही है। नगरपालिका से करोड़ो के हिसाब का रजिस्टर ही गायब है।
BY-Suresh Singh