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भाजपा राज में 26 करोड़ का हिसाब-किताब गायब, अब मामले में शुरू हुई लीपापोती

locationमिर्जापुरPublished: Jan 26, 2019 08:24:07 pm

नगर पालिका चेयरमैन ने पूरे घटनाक्रम पर साधी चुप्पी।

26 Crore Account Detail Missing BJP

भाजपा राज में घोटाला

मिर्ज़ापुर. भाजपा शासित नगरपालिका में निरीक्षण के दौरान करोड़ों रूपये के आय-व्यय का रिकार्ड गायब होने के मामले में लगातार हो रही नगर पालिका की किरकिरी से परेशान नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने अभिलेखों की सुरक्षा से जुड़े सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक कर उन्हें 15 दिनों के भीतर फाइलें और दस्तावेज दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। चेतावनी दी है कि इसके बाद औचक निरिक्षण में अगर कोई कमी पायी गयी तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं नोडल अधिकारी के जांच आदेश पर अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। चेयरमैन भी पूरे मामले पर चुप हैं।
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लाल डिग्गी स्थित जल-कल कैंपस स्थित पालिका कार्यालय में अभिलेखों की सुरक्षा, रख-रखाव, साफ-सफाई व पत्रावली निस्तारण को लेकर महत्वपूर्ण बैठक खुद चैयरमैन मनोज जायसवाल ने ली। इसमें पालिका के अधिशासी अधिकारी, नगर अभियंता, जलकल अभियंता, सभी अवर अभियंता, लेखाकार देवेंद्र कुमार सिंह, मुख्य सफाई निरीक्षक, स्वच्छ भारत के मिशन के अंतर्गत कैलाश हिमांशु केसरवानी, कर अधीक्षक, सभी राजस्व निरीक्षक, सभी सफाई निरीक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे। कई बिंदुओं पर एक-एक कर सबसे पूछताछ की गयी। निर्देशित किया गया कि सभी विभागाध्यक्ष कार्यालय में अपने विभाग से संबंधित अभिलेखों को दुरुस्त कर लें। हर हाल में कागजात और फाइलों की सुरक्षा होनी चाहिये। इसके लिये 15 दिन का अल्टिमेटम दिया। साफ कहा कि इसके बाद अगर कमी मिली तो कोई बच नहीं पाएगा। लेखाकार को लेखा विभाग से संबंधित अभिलेखों का रख-रखाव सही न कर पाने के चलते उन्हें चेतावनी दी।
बता दें कि जिले के नोडल प्रभारी सुरेंद्र विक्रम सिंह के निरीक्षण के दौरान नगर पालिका में 26 करोङ रूपये के हिसाब-किताब का लेजर गायब होने की बात सामने आयी थी। आय-व्यय के अभिलेख न मिलने से नोडल अधिकारी नाराज हुए थे और लापरवाही पर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था। हालांकि मामला सत्तापक्ष से संबंधित होने के चलते अब तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है, जिसके बाद नोडल अधिकारी के आदेश पर भी सवाल उठ रहे हैं। चेयरमैन भी इस मामले पर पूरी तरह से चुप हैं। पालिका सिर्फ छोटे कर्मचारियो पर जिम्मेदारी तय कर पूरे मामले में लीपापोती करने में जुटी दिखायी दे रही है।
By Suresh singh

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