आदित्य कुमार गांव से लेकर शहर तक हर उन कस्बों में जाकर शिक्षा देते है, जहां के बच्चे गरीब हो। यही नहीं शिक्षा देने के साथ-साथ आदित्य उन बच्चों का स्कूल में दाखिला भी कराते है, ताकी देश का कोई भी बच्चा बिना शिक्षा के नहीं रहे।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के सलेमपुर निवासी आदित्य कुमार बताते है कि उनके पिता मजदूर थे, मां ने भीख मांगकर उनको पढ़ाया था। शिक्षा ग्रहण करने के बाद आदित्य ने देश के हर गरीब बच्चे को शिक्षित करने को ठाना। आदित्य कुमार की यह साइकिल स्कूल अब तक देश के 27 राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं, वहीं लगभग 5 लाख किलोमीटर तक साइकिल चला चुके है। प्रदेश के हर राज्य में आदित्य कुमार की साइकिल स्कूल पहुंची है ।
आदित्य बताते हैं कि हम गरीब के घर मे पैदा हुए हैं, हमारी मां हमको भीख मांगकर पढ़ाया है। देश से गरीबी दूर करने के लिए हर एक व्यक्ति को शिक्षित होना पड़ेगा। बिना शिक्षा के देश से गरीबी दूर नही होगा। आदित्य ने बताया कि वह देश के हर राज्य का भ्रमण कर चुके हैं, कई रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है, वहीं गूगल ने भी उन्हें सम्मनित किया है । आदित्य का कहना है कि देश को शिक्षित बनाने की मुहिम में उन्हें कई राज्य में सम्मानित किया गया, लेकिन कोई मदद उन्हें नही मिली, रात फुटपाथ पर गुजरता है। उपहार स्वरूप मिले पैसे से उनका खाना पीना होता है।
BY- SURESH SINGH