जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों ने दिया सबसे बेहतरीन चीज सौ नंबर की पुलिस, फोन मिलाओ और पुलिस पहुंच जाएगी और मदद करेगी किन्तु डॉयल हंड्रेड को भी इस सरकार ने बेकार बना दिया। उन्होंने कहा कि यही मिर्ज़ापुर शहर है, कोई मोहल्ला न होगा जहां समाजवादियों का लैपटॉप न पहुंचा होगा। ऐसे लैपटॉप दिए जो आज भी चलते हैं तो नेताजी और हमलोग दिखाई देते हैं। बाबा सीएम ने लैपटाप नहीं दिए क्योंकि वे चलाना नहीं चाहते हैं तो क्या हो डिजिटल इंडिया का, स्टैंड अप इंडिया, स्किल इंडिया क्या हुआ मेड इन इंडिया। इस बार मिर्ज़ापुर सोनभद्र बताएगा मेड इन इंडिया क्या है, वह वोट देकर बताएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार धोखे से बनी, नोटबंदी के बहाने हमारा आपका का सब पैसा छीन लिया, सब जमा करा लिया। याद करो वो दिन हमारे मिर्ज़ापुर सोनभद्र के साथियों जब नोटबंदी हुई थी बताओ काम रूक गया था कि नहीं। हमारे व्यापारी भाई जानते होंगे कि उनकी रोजी रोटी छीन गई कि नहीं। जो लोग दूर कहीं जाकर काम करते थे लेकिन नोटबंदी और जीएसटी ने उनको वापस घर भेज दिया। यह भाजपा की गलत नीतियों का असर रहा। नोटबंदी से कहां काला धन आया और जो पैसा जमा भी था वो तमाम उद्योगपति भारत छोड़ कर भाग गए। सिर्फ एक प्रतिशत लोगो को फायदा पहुंचाया जा रहा है। ये प्रधानमंत्री हमारे आपके नहीं हैं, ये देश की एक पसरेंट संपन्न आबादी के पीएम हैं। इन्होंने धोखा दिया और अर्थव्यवस्था हमारी नीचे जा रही है और जिस समय अर्थव्यवस्था नीचे जाती है, नौकरी व रोजगार किसी के हाथ नहीं लगने वाला। अखिलेश यादव ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले चुनाव में कमजोर लोगों को अच्छे दिन के सपने दिखाए वह पूरे नहीं हो सके। लोगों को पेंशन मिलता था उसे बन्द कर दिया गया, हमे आपको धोखा दिये, चाय वाला बनकर आये थे अब चौकीदार बन कर आये हैं, सभी विकास कार्य बंद कर दिये, इस सरकार में आदमी तो परेशान है ही जानवर को भी परेशान कर दिया बाबा जी ने। उन्होंने कहा कि धोखे देने वाली सरकार को सबक सिखाना है ।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में गलत नीतियों की वजह से ही फिर पार्टी को केंद्र और राज्यों की सत्ता से वापस होना पड़ा है। अंग्रेजों के जाने के बाद कांग्रेस लंबे अरसे से सत्ता में रही। मगर कांग्रेस ने गरीबी बेरोजगारी दूर नहीं की। किसान खुशहाल नहीं हुए। इसके साथ डॉ. आंबेडकर ने आदिवासियों व दलितों को जो कानूनी अधिकार दिये उसका लाभ लोगों को नहीं मिल सका। कांग्रेस ने निष्ठा से काम किया होता तो बहुजन व समाजवादी पार्टी की जरुरत नहीं होती। इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। मायावती ने कहा कि इस बार भाजपा केंद्र की सत्ता से बाहर चली जाएगी।