रविवार को रामचरित निषाद के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि स्वच्छ भारत के नाम पर जो वोट मांग रहे थे छठे चरण के मतदान में पूरे उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी साफ हो गया। योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि योगी ने सीएम आवास को गंगाजल से धुलवाया और हम लोगों को बदनाम कर कहा कि टोटी चुरा ले गए। जिन्होंने टोटी की बात कही सरकार बनने पर चिलम जब तक नहीं मिलेगी तब तक ढूढेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमें अटैक करना था तो एयरफोर्स ने कहा कि आकाश में बादल है तो उन्होंने कहा कि यह तो और अच्छा है बादल में छिपकर हम अटैक कर सकते है और रडार की पकड़ में भी नही आएगा।
कहा कि इस बार प्रधानमंत्री की सच्चाई जनता की रडार में आ चुकी है। उन्होंने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री कह रहे थे कि संविधान नही होता तो हम गाय भैस चरा रहे होते। नेता जी तीन बार मुख्यमंत्री थे। यहां पर पाल, मौर्या, कोल समाज के लोग है। उनके बारे में मुख्यमंत्री क्या सोचते होंगे। इस तरह बिंद और निषाद समाज है। हम दूध बेचकर काम चला रहे होते लेकिन अगर संविधान न होता तो बाबा मठ में घण्टा बजा रहे होते।
प्रधानमंत्री द्वारा सोनभद्र में दिए गए गठबंधन महामिलावटी है वाले बयान का पलटवार करते हुए कहा कि यह गठबंधन देश में परिवर्तन लाने वाला गठबंधन है। बाबा ने कहा था कि लैपटॉप देंगे। लेकिन नहीं दिया। जो लैपटॉप चलाना ही नहीं जानते हैं वो लेपटॉप कहां से देंगे। समाजवादी पेंशन को बंद कर दिया गया। मुख्यमंत्री रहते मीरजापुर और सोनभद्र के लिए सबसे ज्यादा पैसा पास किया गया ताकि हर घर तक लाभ मिल सके। देश में जो भी आतंकी घटनाएं हुई सब बीजेपी की गलत नीतियों की वजह से हुई। देश की सीमा सुरक्षित नहीं है। कितने पाकिस्तानी शहीद हुए। यहीं प्रधानमंत्री बिना प्रोटोकॉल के पाकिस्तान गए और खीर खाकर आये। आतंकवाद और सेना की बात करने वाले एक जवान से नहीं लड़ पाए।
कहा कि बीजेपी ने धोखा दिया है। प्रधानमंत्री काले धन की बात कर रहे थे। हमारा पैसा जमा करा लिया और बड़े-बड़े उद्योगपति लेकर चले गए और भारत नहीं आए। हम बीजेपी के लोगों से जानना चाहते हैं कि काला धन कहां है और नोटबंदी से किसका लाभ हुआ है।
BY-Suresh Singh