अनुप्रिया पटेल से पहले बीजेपी के मंडलाध्यक्ष छानबे सुजीत मोदनवाल द्वारा भी इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं जो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था। उसमें भी जिगना थाने में तैनात उपनिरीक्षक शिवानंद राय पर कन्हैलाल बिंद का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया था। बीजेपी नेताओं का आरोप है कि मृतक कन्हैयालाल बिंद के जमीन विवाद की जांच उप जिलाधिकारी ने जिगना पुलिस को दी थी। पर जिगना उपनिरिक्षक शिवानंद राय पीड़ित कन्हैयालाल को ही पकड़कर थाने लाए और वहां उनके साथ बदसुलूकी की गयी।आरोप है कि बीजेपी बूथ प्रभारी कन्हैयालाल बिंद से थाने के बरामदे में झाड़ू लगवाया और शौचालय साफ करवाया गया।
घटना की जानकारी होने पर स्थानीय बीजेपी नेताओं ने इसकी शिकायत भाजपा जिलाध्यक्ष बृजभूषण से की। भाजपा नेताओं का आरोप है कि आरोप है कि पीड़ित कन्हैयालाल इस घटना में अपमानित होने की वजह से सदमे में बीमार हो गए और बीते 29 जुलाई 2020 को उनकी मौत हो गयी। उधर इस मामले में शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंची तो उपनिरिक्षक जिगना शिवानंद राय जिगना से हटाकर हलिया थाने पर ट्रांसफर कर दिया गया, लेकिन इसके बाद भी मामला ठंडा नहीं हुआ।
हालांकि इस पूरे मामले पर पुलिस ने सफाई दी है कि बीजेपी नेता कन्हैया लाल बिंद बीमार थे और इलाज के दौरान उनकी मौत हुई है। मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस इसकी जांच करा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं।
उधर बीजेपी नेता सुजीत मोदनवाल का कहना है कि जमीन विवाद में पुलिस से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टे पुलिस की शह पर विपक्षियों ने ही बीजेपी नेता की जमीन पर कब्जा कर परेशान करना शुरू कर दिया। उधर मामले के तूल पकड़ने के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल द्वारा भी इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
By Suresh Singh