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चुनाव आयोग के निर्णय के बाद इस पार्टी को लगा झटका, इस प्रत्याशी का बदला जा सकता है सिम्बल

locationमिर्जापुरPublished: Apr 07, 2019 03:24:18 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

चुनाव आयोग ने दिया अपना दल कृष्णा गुट पर बड़ा निर्णय

loksabha chunav

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मिर्ज़ापुर. अपना दल कृष्णा गुट की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज होने के बाद आयोग ने अपना दल के पीलीभीत प्रत्यासी द्वारा अपना दल की तरफ से फार्म ए और फार्म बी स्वीकार करने से मना कर दिया है। चुनाव आयोग की सख्ती के बाद अपना दल कृष्णा गुट में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस पूरे विवाद का असर आने वाले समय में मिर्ज़ापुर और उसके आस पास की पटेल बाहुल्य सीट पर पड़ने की आशंका जताई जा रही।
कहा जा रहा है एक बार फिर सोनेलाल पटेल परिवार के बीच सियासी लड़ाई तेज हो सकती है।
अपना दल का विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन के बाद जहां पार्टी को मिले दो सीटों पर अपना दल के प्रत्यासी चुनावी मैदान में उतर कर प्रचार-प्रसार में जुटते मगर अब उनके सामने निर्दलीय प्रत्यासी होने का संकठ आ गया है। चुनाव आयोग में 30 मॉर्च को अपना दल(एस) के राष्ट्रीय महासचिव अनुज पटेल की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए चुनाव आयोग ने राज्य निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया है कि पीलीभीत और गोंडा पार्टी प्रत्यासियों का अपना दल नाम से फार्म ए और बी स्वीकार नहीं किया जाय। पार्टी में विवाद है पार्टी के अधिकृत प्रत्यासी के तहत जारी होने वाले फार्म ए और फार्म बी को स्वीकार करने से आयोग की रोक के बाद गोंडा से चुनाव लड़ रही कृष्णा पटेल और पीलीभीत से अपना दल के प्रत्यासी के तौर पर नामांकन कर चुके सुरेंद्र कुमार गुप्ता को पार्टी के अधिकृत चुनाव निशान कप प्लेट के बजाय निर्दलीय प्रत्यासी मानते हुए उन्हें दूसरा सिंम्बल दिया जा सकता है।
बतादें कि इससे पहले भी जब लोकसभा चुनाव 2014 में अनुप्रिया पटेल के मिर्ज़ापुर से सांसद बनने के बाद वाराणसी के रोहनिया विंधान सभा सीट पर हुए उप चुनाव में चुनाव लड़ रही पार्टी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल को भी अंतिम समय में शिकायत के बाद जिला प्रसासन ने फार्म ए और फार्म बी को रद्दकर उन्हें निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में सिंम्बल जारी कर दिया था। बतादें कि पूरा मामला अपना दल को लेकर विवाद से जुड़ा हुआ है। अनुप्रिया पटेल के पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद शुरू हुए विवाद में कृष्णा पटेल और अनुप्रिया पटेल गुट ने चुनाव आयोग में पार्टी पर अधिकार को लेकर शिकायत दर्ज करायी थी। जिस पर चुनाव आयोग ने पार्टी के नाम और सिंबल को विवादित मानते हुए रोक लगा दिया था। पूरे मामले के विवाद को लेकर कोर्ट में अभी भी मुकदमा चल रहा है। हालांकि इस बीच अनुप्रिया पटेल गुट ने अपना दल (सोनेलाल) नाम से नए पार्टी के गठन कर कप-प्लेट चुनाव निशान भी हासिल कर लिया है, मगर कृष्णा पटेल गुट के लिए यही विवाद अब भारी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
BY- Suresh Singh

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