मिर्जापुर

केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ श्रमिक संगठनों का भारत बंद, सरकार को बताया गरीब विरोधी

बंद को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने मार्च और धरना प्रदर्शन भी किया और मोदी सरकार को गरीब विरोधी बताया।

मिर्जापुरJan 08, 2020 / 06:09 pm

Akhilesh Tripathi

मिर्जापुर में भारत बंद

मिर्जापुर. जनपद में श्रमिक संघों की तरफ से बुलाये गये एक दिवसीय भारत बंद का ज्यादा असर नहीं देखा गया। हालांकि शहर में बैंक और डाकघर सहित कई संस्थान पर बंद को देखते हुए सन्नाटा छाया रहा। बंद को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने मार्च और धरना प्रदर्शन भी किया और मोदी सरकार को गरीब विरोधी बताया।
शहर के विभिन्न जगहों पर केंद्र सरकार की नीतियों में विरोध को लेकर बुलाई गयीं भारत बंद का ज्यादा असर नहीं देखा गया। हालांकि फतहां स्थित केंद्रीय डाक घर और कुछ बैंकों पर इसका आंशिक असर देखा गया। वहीं स्टेट बैंक पूरी तरह से खुले रहे। बैंकिग का कामकाज सुचारू रूप से चलता रहा। भारत बंद के आह्वान को लेकर सतर्कता बरते हुए जिला क्लेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी। वह बंद को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने सिटी क्लब में धरना प्रदर्शन किया। सिटी क्लब में पार्टी कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट जगदम्बा सिंह को ज्ञापन सौंपा।
पार्टी नेता केंद्रीय कमेटी के सदस्य मोहम्मद सलीम का कहना था कि मोदी सरकार कॉरपोरेट परस्त नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को आईसीयू में पहुंचा दिया है, घटती विकास दर बढ़ती बेरोजगारी और आसमान छूती महंगाई ने आर्थिक मंदी के उस बुरे दौर में गांवों और गरीबों की परेशानी को बढ़ा दिया है ।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव सुरेश कोल ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है, आम नागरिकों गरीबों पर अपराधियों का हमला बढ़ गया है, गरीबों पर पुलिसिया उत्पीड़न और फर्जी मुकदमा किया जा रहा है। सभा में प्रमुख रूप से भाकपा माले राज्य समिति सदस्य शशिकांत कुशवाहा, जिला सचिव सुरेश कोल,जीरा भारतीय, ओमप्रकाश सिंह पटेल, सतीश यादव सहित तमाम पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
BY- SURESH SINGH
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