भाजपा नेताओं का कहना था कि राफेल खरीद के समझौते के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने तथ्यहीन, बेबुनियाद निराधार और तार्किक प्रश्न खड़ा करके उसे दुष्प्रचार कर देश की जनता को गुमराह करने का कार्य किया है, जबकि इस मामले पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय में चार याचिकाएं दाखिल की गई थी इन याचिकाओं में निर्णय प्रक्रिया कीमत तथा आपसेट पार्टनर को लेकर इसे प्रमुखता से उठाए गए थे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने 14 दिसंबर को सभी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान इस पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी एवं नियमों के अनुकूल पाया है। न्यायालय ने खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि इस समझौते पर किसी भी प्रकार का कोई संदेह करने का कोई आधार नहीं नजर आता है। यह विमान सेना की जरूरत है और इस जरूरत की पूर्ति के लिए भी खरीद का पालन सरकार कर रही है।मगर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद भी कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की तरफ से लगातार इस मामले को सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीतिक हितों को साधने के लिए भ्रामक प्रचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा को ताक पर रखकर प्रचार करना गलत है जिससे पूरे देश की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। उन्होंने जनता से बोले गए झूठ के कारण अन्तर्राष्ट्रीय साख गिराने का कार्य किया है।अतः उन्हें लोक सेवक के पद से मुक्त किया जाये। ज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व जिला अध्यक्ष अनिल सिंह,वीरेंद्र प्रताप यादव,राजेश भारतीय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।