बता दें कि नेवढ़िया गांव निवासी एक व्यक्ति की पुत्री की शादी मड़िहान थाना क्षेत्र के बसही गांव निवासी रामरक्षा के पुत्र विद्याशंकर के साथ तय हुई थी। लग्न के अनुसार विवाह कार्यक्रम 18 जून को आयोजित किया गया था। तय कार्यक्रम के अनुसार धूमधाम से बारात नेवढ़िया गांव पहुंची। वहां नाश्ता व द्वारचार के बाद आंगन में शादी की तैयारी होने लगी। इसी बीच दुल्हन को पता लगा कि दुल्हा दिव्यांग है। इस पर लड़की ने आंगन में आने से इनकार कर दिया। सात फेरे के लिए जब महिलाएं कन्या को बुलाने गयी तो लड़की ने दिव्यांग के साथ शादी करने से इनकार कर दिया। बहुत मानमनौवल के बाद दोनों पक्षों में पंचायत हुई। नतीजा नहीं निकला तो 100 नंम्बर डायल कर पीआरबी पुलिस को सूचना दी गयी। काफी समझाने बुझाने के बाद भी लड़की नहीं मानी और बरात बैरंग लौट गई।
BY- Suresh Singh