मई 2005 को एमएलसी (बसपा) रामचन्द्र त्यागी ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए पुल का शिलान्यास कर वहां शिलापट भी लगवा दिया। जो आज भी वहां पर मौजूद है। स्थानीय लोगो के अनुसार इस पुल के निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था के तौर पर सिंचाई विभाग नारायनपुर-मिर्ज़ापुर को अधिकृत किया गया था। मगर शिलान्यास और शिलापट के आगे कुछ नहीं हुआ। नदी पार करने के लिए स्थानीय लोगों ने बॉस का पुल बनाया गया है।
नदी में कम पानी होने पर अस्थायी तौर पर बने इस बॉस की पुल से नदी पार कर लेते हैं लेकिन उफनाती नदी के दौरान काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। पुल का निर्माण न होने से औड़ी, पान्डेयचक, समेत दर्जन भर गांवो के लोगों को सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र ,ब्लाक मुख्यालय ,स्कूल-कालेज सहित शहर बाजार जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पर है