इसके लिए हाल ही में कॉग्रेस ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार मंच से गठबंधन कर करीब एक लाख कुशवाहा और मौर्या मतों को साधने की बड़ी कोशिश कर लिया है। इतना ही नहीं काग्रेस ने पटेल वोटरों को साधने के लिए अपना दल (कृष्णा गुट) के साथ भी गठबंधन कर पटेल वोटरों में भी सेंधमारी की पूरी योजना बना लिया है। माना जा रहा है कि इसके लिए कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल को जल्द प्रचार के लिए चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो मिर्ज़ापुर के पटेल बाहुल्य इलाको में गुजरात के कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल को भी प्रचार के लिए बुलाया सकता है। वही चुनार के किसान नेता रामराज पटेल की घर वापसी से भी कॉग्रेस को कुछ फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। फिलहाल कॉग्रेस किसी भी तरह से जीत हासिल कर भजपा व अपना दल को बड़का झटका देने की तैयार कर रही है।