उनका कहना था कि, अतिक्रमण हो रहे है तो होने दो। डीएम विन्ध्याचल में
नवरात्रि मेले को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए विंध्याचल में गलियों और घाटों के निरक्षण के दौरान यह बात कही। जिला अधिकारी भ्रमण के दौरान फतेहपुरी की गली से होते हुए सुगन्धी देवी, से पक्का घाट और दीवान घाट का भ्रमण किया इस दौरान गलियों में गंदगी देख उन्होंने सफाई पर विशेष
ध्यान देने की बात कहा।
उन्होंने कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि, घाटों पर बैरिकेटिंग और प्रकाश की व्यवस्था भी 15 मार्च तक हो जाने चाहिए। जिलाधिकारी से विन्ध्याचल के अतिक्रमण के बारे में वार्ता के दौरान पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अतिक्रमण होता है तो होने दो कह कर टालते हुए दिखे। वहीं विन्ध्याचल थाना कोतवाली पर पहुंचने पर मीडिया कर्मियों के द्वारा यह पूछे जाने पर की गंगा घाटों पर दर्शनार्थियों के पैर जलने पर मैटी बिछवाने जैसे उपाय किये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि, जितना पैर जितना जलता है पाप उतना ही कटता है, इसके बाद उन्होंने कहा कि, नहीं जल्द से जल्द दर्शनार्थियों के पैर को जलने से बचाया जाएगा और यह होमवर्क पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि, नवरात्रि मेले को फ्लैक्स, बैनर और झालरों से दुल्हन की तरह सजा होना चाहिए।
जिलाधिकारी ने सभी जगह सजावट के लिए बात कही और नमो गंगे की जगह_जगह फ्लैक्स,बैनर लगा दिया जाय, लेकिन गंगा घाट पर चुनरी फैक्ट्री की ज़हरीले जल को माँ गंगा के घाट पर मिला दिया गया है। इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है। वहीं जिले के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस तरीके की भाषा का प्रयोग करने को लोग सही नहीं मान रहे हैं लोगों का कहना है कि, विंध्याचल में गलियों से लेकर बाजार में जिस तरीके से अतिक्रमण हुआ है। उसको लेकर अधिकारियों का रवैया बेहद निराशाजनक है।
input- सुरेश सिंह