मिर्जापुर. बिजली विभाग का क्लर्क घूस लेते रंगेहाथ मंगलवार को विजिलेंस टीम के हत्थे चढ़ गया। एक ठेकेदार की शिकायत पर जब बिजली विभाग के ऑफिस में छापा मारा तो क्लर्क को 45 हजार रूपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। फतहा स्थित बिजली कार्यालय पर उस समय हड़कंप मच गया जब पिछले कई दिनों से हस्ताक्षर कराने के नाम पर ठेकेदार से रिश्वत की मांग कर रहा क्लर्क विजय श्रीवास्तव विजिलेंस टीम के जाल में फंस गया। रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार बाबू को लेकर सिटी कोतवाली थाने लाई है, जहां पर उससे घंटों पूछताछ की गई।
बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम करने वाले भदोही जनपद के ठेकेदार नरपत यादव ने 29 तारीख को विजिलेंस विभाग के एसपी के यहां शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार ठेकेदार ने विभाग में सप्लाई का एक टेंडर भरा था। सबसे कम बोली होने के कारण टेंडर उसे मिल गया था और वर्क के लिए आर्डर मिल गया था। बिजली विभाग के क्लर्क ने काम के 5 लाख रुपये पर 9 प्रतिशत के हिसाब से 45 हजार रुपये की मांग की गई और बताया गया कि पैसे मिलने के बाद ही पेपर मिल जायेगा।
मंगलवार को विजिलेंस टीम की निगरानी में ठेकेदार 45 हजार लेकर कार्यालय गया और क्लर्क को केमिकल लगे 45 हजार दिया। रिश्वत के मिले पैसे को क्लर्क ने जैसे ही गिनना शुरू किया विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार कलर्क को अपनी हिरासत में लेकर विजिलेंस टीम के सदस्य वाराणसी ले गए जहां आगे की पूछताछ की जाएगी।