scriptदिव्यांग बेटे की फरमाइश पर पिता ने डेढ़ साल में तैयार कर दी अनोखी साइकिल, अब दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं | father special gift to divyang son in mirzapur | Patrika News

दिव्यांग बेटे की फरमाइश पर पिता ने डेढ़ साल में तैयार कर दी अनोखी साइकिल, अब दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं

locationमिर्जापुरPublished: Oct 03, 2021 06:44:44 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

दिव्यांग आर्यन ने एक दिन अपने पिता से कहा, ‘पापा क्या मैं कभी बिस्तर से उठ कर बाहर नहीं जा पाऊंगा। चारपाई पर पड़ा-पड़ा परेशान हो गया हूं।’ इसके बाद पिता ने बेटे को खुशियां देने का मन में ही संकल्प लिया और डेढ़ साल की अथक परिश्रम से तैयार कर दी ऐसी स्पेशल साइकिल जिसने उनके बेटे की जिंदगी में खुशियों की बहार ला दी

father special gift to divyang son in mirzapur
मिर्जापुर. किसी ने सच ही कहा है कि मां-बाप अपने बच्चों की खुशियों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। ऐसा ही काम किया है मिर्जापुर जिले के हनुमान पड़ा गांव के एक पिता ने अपने दिव्यांग बेटे के लिए। बेटे की फरमाइश पूरी करने के लिए डेढ़ साल के अथक परिश्रम के बाद मजदूर पिता राजबली ने जुगाड़ से एक साइकिल तैयार की। इसमें करीब 5 से 6 हजार रुपए लग गये। पिता के इस नायाब तोहफे से दिव्यांग आर्यन अब सड़कों पर फर्राटे भरता है। इस दौरान उसकी मुस्कराहट देखते ही बनती है। सोशल मीडिया पर हर कोई पिता के इस काम की खूब सराहना कर रहा है।
राजबली कहते हैं कि बेटा चारपाई पर सुस्त सा पड़ा रहता था। एक दिन आर्यन ने उससे कहा, पापा क्या मैं कभी बिस्तर से उठ कर बाहर नहीं जा पाऊंगा। चारपाई पर पड़ा-पड़ा परेशान हो गया हूं। इसके बाद राजबली ने बेटे के लिए कुछ अलग से बनाने का संकल्प लिया। राजबली कहते हैं कि अब बेटे की खिलखिलाहट से मेरी सारी मेहनत सार्थक हो गई।
और तैयार कर दी बेटे की साइकिल
राजबली ने डेढ़ साल में बेटे के लिए खास साइकिल तैयार कर दी। वह बताते हैं कि एक साल तक वह सिर्फ ढूंढते रहे कि क्या बनाया जाए। फाइनल होने के छह माह के भीतर साइकिल बनकर तैयार हो गई। जुगाड़ से बनाई गई साइकिल दिव्यांगों को मिलने वाले थ्री व्हीलर साइकिल से बड़ी है। बीच में गोल घेरा बना हुआ है जो बैठने वाले को चारों तरफ से सहारे के लिए होता है। साइकिल के तीनों चक्के भी बड़े बनाये गए हैं। इस साइकिल पर बैठकर आर्यन फूला नहीं समाता है। अब वह कभी गांव की इस रोड पर तो कभी उस पर फर्राटे भरता है।
https://youtu.be/FCFExPcRteo
सरकारी मदद का आश्वासन
जिला दिव्यांग जन कल्याण अधिकारी राजेश कुमार सोनकर दिव्यांग आर्यन के पिता राजबली द्वारा बेटे के लिए साइकिल बनाने पर कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है। विभाग की तरफ से जो भी मदद होगी की जायेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो