पिछले कई दिनों से चल रहे आरोप प्रत्यारोप के बीच रिटायरमेंट के दिन पूर्व डीआईजी ने शहर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराते हुए तहरीर दी कि दिलीप सिंह गहरवार ने प्रायोजित प्रदर्शन कर उन पर भू माफियाओं से मिल कर उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने का गलत आरोप लगाया है। उसे यूट्यूब पर लोड किया जो गलत है। इससे उनकी प्रतिष्ठा को चोट पहुंची है। उन्होंने दिलीप सिंह गहरवार, सुनील पांडेय और राजकुमार उपाध्याय सहित सात लोगों पर बदनाम करने का आरोप लगाते हुए मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया। वहीं, दिलीप सिंह गहरवार ने मुकदमे को गलत बताए हुए खुद के साथ अन्याय होने की बात कह रहे है।
बता दें कि मामला डीआईजी आवास के पास चनईपुर गांव में नौ बीघे जमीन का है। जिस पर चकबंदी कोर्ट में दिलीप सिंह गहरवार के परिजनों के साथ गांव के ही एक परिवार से मुकदमा चल रहा था। दिलीप सिंह गहरवार का आरोप है कि 26 जून को जमीन पर कब्जे के लिए विपक्षी जेसीबी के साथ कब्जा करने आये थे। जिस पर परिवार के लोगों ने जमीन पर चल रहे मुकदमे का हवाला देते हुए कब्जा करने से रोक दिया। इसके बाद पूर्व ड़ीआईजी के दबाव पर दिलीप सिंह गहरवार सहित परिवार के आठ लोगों पर देहात कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों मुकदमे के विरोध में डीआईजी के खिलाफ दिलीप सिंह गहरवार और उनके साथियों ने कलेट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया गया। पुलिस अधीक्षक को पत्रक दिया गया। दिलीप सिंह गहरवार का आरोप था कि डीआईजी भूमाफियाओं को संरक्षण दे उन लोगो पर फर्जी मुकदमा दर्ज करा रहे हैं। इसके बाद 31 अगस्त को खुद पर लगे आरोपों से नाराज पूर्व डीआईजी ने तहरीर दी और मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया।
by Suresh Singh