मामला मिर्जापुर के मड़िहान थानाक्षेत्र के अंतर्गत एक गांव का है। इस गांव में प्रेमी की बेवफाई पर प्रेमिका परिजनों के साथ उसके घर पहुंचकर धरने पर बैठ गयी। इसके बाद तो हड़कम्प मच गया। घंटो चले मनमनौवल और समझौते के बाद दोनों पक्षों के लोगों ने ग्राम प्रधान के मौजूदगी में शादी संपन्न करायी। प्रेमिका के साहसी कदम से बिना बैंड बाजे वाली यह शादी बिना बारातियों के ही हो गयी। पूरे क्षेत्र में यह शादी चर्चा का विषय बनी हुई है।
अब आपको बताते हैं पूरी बात। मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम को करीब 5:00 बजे के आसपास प्रेमिका अपने परिजनों के साथ प्रेमी के घर के बाहर जाकर धरने पर बैठ गई। बाद में लोगों ने पंचायत करके बात को मनाने की कोशिश की प्रेमी और प्रेमिका आपसी सहमति से अलग हो जाए, लेकिन प्रेमिका की माता और पिता इस जिद पर अड़ गए कि प्रेमी को उसके किए का फल मिलना चाहिए। इसलिए बात-बात पर मामला बिगड़ता जा रहा था।
गांव के लोग इस कोशिश में लगे रहे कि मामला बढ़ने न पाए। वह लगातार दोनों पक्षों को समझाए जा रहे थे। गांव के ग्राम प्रधान व पूर्व ग्राम प्रधान और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने मिलकर दोनों पक्ष को शादी के लिए तैयर कर लिया। सहमति होने के बाद शादी को संपन्न कराया और दुल्हन को दूल्हे के घर में प्रवेश कराया गया।
By Suresh Singh