इसे भी पढ़ें BREAKING: जौनपुर-रायबरेली हाइवे पर भीषण हादसा, पांच की मौत सात घायल, दर्शन करने इलाहाबाद जा रहे थे मामला मिर्जापुर जिले के सिटी ब्लाक के जसोवर गांव का है। जसोवर गांव के अल्पसंख्यक बाहुल इलाके में स्थित एक विद्यालय की फोटो व्हाट्सऐप पर वायरल हुई और हड़कम्प मच गया। इस विद्यालय के अपने नाम के चलते चर्चा में आने के बाद ही बेसिक शिक्षा विभाग की नींद खुली। आनन-फानन में अधिकारियों ने विद्यालय के नाम के आगे से इस्लामिया शब्द को हटवा दिया। अब अधिकारी इस पर कार्रवाई कि बात कर रहे हैं। वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी का कहना है की यहां सिर्फ नाम से इस्लामिया शब्द जुड़ा है। हालांकि पूरी पढ़ाई सरकारी तौर तरीके से ही होती है। उनहोंने बताया कि यह कई दशकों से चला रा रहा है। सरकारी अभिलेखों में यह विद्यालय इसी नाम से दर्ज है।
इसे भी पढ़ें अमित शाह को काला झण्डा दिखाने वाली नेहा यादव लड़ेगी चुनाव, ये पार्टी देगी टिकट हालांकि शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है भले ऐसे विद्यालय के नाम के आगे से इस्लामिया शब्द हटा दिया जाए मगर शिक्षा विभाग सरकारी अभिलेखों और कंप्यूटर में दर्ज अभिलेखों से इसे हटाना टेडी खीर साबित होगा। यह शब्द बना रहेगा। मगर विवाद को देखते हुए अधिकारी जरूर नाम हटा कर आपत्तियों को शांत कर देते हैं।
By Suresh Singh