इस अवसर पर उन्होंने 15 जुलाई को इस पुल का लोकार्पण करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इसे जनपद व सोनभद्र वासियों को वाराणसी से जोड़ने वाला अत्यन्त नजदीकी मार्ग बताते हुए कहा कि इससे दूरी तो कम होगी ही साथ ही जाम कि समस्या से मुक्ति मिलेगी और जनपद के लोगो के लिए वाराणसी कि यात्रा बेहद सुगम होगी।
उनका कहना था कि इलाके के लोगो कि परेशानी को देखते हुए सबसे पहले यहां पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने यहां के लोगों के आवागमन कि सुविधा के लिए पीपा पुल का निर्माण कराया था। जो आज पक्के पुल के रूप में बनकर उनके कल्पना को साकार कर रहा हैं।
बतादें कि इस पुल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 15 जुलाई को किया था। तब से यह पुल मोटरसाइकिल और पैदल चलने वालों के लिए चालू हो गया था। मगर पुल पर कुछ काम चलने के कारण चार पहिया वाहन के लिए पुल शनिवार से चालू किया गया। पहले जहां गंगा पर बने पीपा पुल के टूटने के बाद यहां के लोगो को नरायनपुर से चक्कर काट कर 40 किलोमीटर दूरी तय कर वाराणसी जाना पड़ता था।
बतादें कि इस पुल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 15 जुलाई को किया था। तब से यह पुल मोटरसाइकिल और पैदल चलने वालों के लिए चालू हो गया था। मगर पुल पर कुछ काम चलने के कारण चार पहिया वाहन के लिए पुल शनिवार से चालू किया गया। पहले जहां गंगा पर बने पीपा पुल के टूटने के बाद यहां के लोगो को नरायनपुर से चक्कर काट कर 40 किलोमीटर दूरी तय कर वाराणसी जाना पड़ता था।
अब यह दूरी घट कर लगभग 20 किलोमीटर हो गयी है। इस अवसर पर पर विधायक श्री नील रतन पटेल, अपना दल एस के जिलाध्यक्ष रमाकान्त पटेल, अपना दल एस जिलाध्यक्ष वाराणसी अजीत सिंह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरिशंकर सिंह, आदि प्रमुख लोग उपास्थित रहे।