बतादें कि विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल मंदिर के विकास के लिए सरकार के महत्वाकांक्षी विंध्य कॉरिडोर परियोजना की शुरूआत की गई है। काशी के विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर इसका भी निर्माण किया जाना है। प्रशासन ने इसके लिए जमीन का अधिग्रहण भी सुनिश्चित कर लिया है। इस कार्य़ को गति देने के लिए शनिवार को जमीन की नापी भी शुरू की गई।
लेकिन इस नापी का के विरोध में उतरे लोगो का कहना है कि सरकारी कर्मचारी इस नापी में जमकर मनमानी कर रहे हैं। घरों के भीतर घुसकर अवैध तरीके से लाल निशान लगा दिया जा रहा है। स्थानीयों का कहना है कि कुछ दिन पहले यहां हम लोगों से वार्ता करने आए योगी सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा था कि सभी की सहमति से इस कारीडोर का निर्माण कराया जाएगा लेकिन मौके पर प्रशासन जनसहयोग नहीं बल्कि मानसिक प्रताड़ना करके हमारी जमीन पर कब्जा जमा रहा है। सभासद संगम लाल त्रिपाठी का कहना है कि स्थानीय लोग संतोषजनक मुआवजा न मिलने के कारण लोग अपने नाराज है।