मिर्जापुर

मालेगांव ब्लास्ट के आरोपी का दावा, कांग्रेस के इशारे पर योगी आदित्यनाथ को फंसाना चाहती थी एटीएस

मालेगांव बम ब्लास्ट के आरोपी सुधाकर द्विवेदी ने पत्रिका के साथ बातचीत में किया दावा, उनसे कई बार योगी आदित्यनाथ के बारे में की गई पूछताछ।

मिर्जापुरApr 20, 2018 / 09:09 am

रफतउद्दीन फरीद

योगी आदित्यनाथ और सुधाकर दि्ववेदी

मिर्जापुर. मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में कर्नल पुरोहित के साथ आरोपी सुधाकर द्विवेदी ने चौंकाने वाला दावा करते हुए बताया है कि यूपी के वर्तमान सीएम योगी आदित्यनाथ केा मालेगांव बम ब्लास्ट में फंसाने की साजिश थी। एटीएस उनसे बार-बार योगी आदित्यनाथ के बारे में पूछताछ कर रही थी। सुधाकर के दावा है कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के इशारे पर एटीएस के अधिकारी उन्हें फंसाने के लिये ही बार-बार योगी आदित्यनाथ के बारे में पूछताछ कर रहे थे। मिर्जापुर के जिगना थानाक्षेत्र के हड़गड़ इलाके के रहने वाले सुधाकर द्विवेदी ने पत्रिका से बातचीत में एटीएस और उसका इस्तेमाल का कांग्रेस पार्टी पर सीएम योगी को फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कई दावा किया।

सुधाकर दृवेदी तब चर्चा में आये जब बहुचर्चित मालेगांव ब्लास्ट में जांच कर रही एटीएस कि टीम ने उन्हें नासिक से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान उनसे लगातार पूछताछ होती रही। नौ साल बाद वह नवंबर-दिसंबर 2017 के बीच जमानत पर बाहर आये। उसके बाद से ही वह देश के विभिन्न राज्यों में घूम-घूम कर एक नए हिन्दू संगठन के गठन कि तैयारियों में लगे हुए है। इसके लिए देहरादून में भी बैठक हो चुकी है।

इसी क्रम में मिर्जापुर पहुंचे सुधाकर द्विवेदी ने पत्रिका से बात करते हुए मालेगांव केस को पूरी तरह से राजनैतिक बताते हुए तत्कालीन काग्रेस सरकार पर दोष मढ़ा। उनके मुताबिक तत्कालीन सरकार ने जबरन उन्हें फंसाया। जल्द ही उन्हें कोर्ट से न्याय मिलेगा। उनका कहना था कि आएसएस के मोहन भागवत और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को इस मामले में फंसाने कि साजिश रची जा रही थी।

दावा किाय कि एटीएस के अधिकारियों ने उनसे कई बार योगी आदित्यनाथ के बारे में पूछताछ की थी। उनके मुताबिक उस मामले में फंसाने के लिए एक भगवा धारी चाहिए था। दावा किया कि योगी आदित्यनाथ को फंसा कर पूरे उत्तर भारत से हिंदुत्व को तोड़नो की साजिश थी। सुधाकर द्विवेदी ने बताया कि तीन महीने में हाईकोर्ट में चल रहे मालेगांव ब्लास्ट मामले में फैसला आ सकता है। कोर्ट के फैसले के बाद ही वह अपने नए संगठन का निर्माण कर युवाओ को देश से जोड़ने का कार्य प्रारंभ करेगे। जिसमे युवको को शारीरिक शिक्षा देना, राजनीति के प्रति उनमे सकारत्मक भाव लाने का काम करेंगे।
by Suresh Singh
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