बाजीराव कटरा में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दीप चन्द जैन के आवास जिलाध्यक्ष शिवकुमार पटेल को पत्रकारों से बात करना था। मीडिया को भी लग रहा था कि शिवकुमार की अगुवाई में संगठन एकजुटता के साथ आकर अपनी ताकत दिखा सकता है। लेकिन हैरानी रही कि इस प्रेस कांफ्रेंस में ही कांग्रेस के जिलास्तर के कई बड़े नेता नहीं आये। नये जिलाध्यक्ष के साथ सिर्फ जिले के तीन चार नेता ही शामिल हुए। अब आम जनता में फिर संदेश जाने लगा है कि कांग्रेस की गुटबाजी अभी रूकने वाली नहीं है।
त्रिपाठी परिवार का सालों से रहा दखल बतादें कि मिर्जापुर कांग्रेस पर सालों से पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी के परिवार और पूर्व विधायक भगवती चौधरी के इर्द गिर्द ही नजर आई। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि पहली बार कांग्रेस ने इस परिवार से हटाकर किसी को जिले की कमान सौंपी है। चर्चा इस बात की हो रही है कि जिलाध्यक्ष की पहली ही प्रेस कांफ्रेंस से ललितेश भी गायब रहे। साथ ही इनके करीबी लोग भी नहीं पहुंचे। अब ऐसी स्थिति में कांग्रेस की एकजुटता का दावा खोखला साबित हो रहा है।