गुलाबी शर्ट पहने वह व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि मिर्जापुर जिले के जिलाधिकारी अनुराग पटेल थे और वह ऑफिस बेसिक शिक्षा विभाग का कार्यालय था। जी हां, डीएम ने बिना बताए ही बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यालय पर छापा मारा। ऐसा उन्होंने काफी शिकायतें मिलने के बाद किया। बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मचारियों कि लगातार मिल रही शिकायतों पर आज अचानक डीएम अनुराग पटेल बिना किसी को बताये दल बल के साथ बेसिक शिक्षा कार्यालय पहुच गए।
घंटो कार्यालय में निरीक्षण किया।उनके पहुंचते ही कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। डीएम सीधे लेखा व वित्त विभाग में ऑफिस में पहुंचकर फाइलों को निकलवा कर चेक करना शुरू कर दिया। वहीं डीएम की जांच के दौरान पता चला कि कार्यालय से आधा दर्जन कर्मचारी लापता थे।
जिला अधिकारी अनुराग पटेल के मुताबिक जांच के दौरान कार्यालय में काम करने वाले वित्त लेखा कर्मचारी गोविंद सिंह और उनके सहायक सन्तोष अनुपस्थित हैं। कार्यालय में तैनात पांच डीसी में से तीन डीसी मौके से लापता थे। जिनमें अजित ,केशराज सिंह एक अन्य है।वही वही बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा कई आवेदन को लंबित रखने व सिग्नेचर नहीं करने का मामला भी प्रकाश में आया है।
जिला अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक स्कूलों में 2016 कि नियुक्ति में अभी कुछ लोगो का वैरिफिकेशन नहीं किया गया है। इसके साथ अध्यापकों के छुट्टी से सम्बंधित 304 आवेदन में से 35 मामले अभी भी लंबित पाए गए है। महिलाओ के मैटिनिटी लीव से संबंधित प्रकरण के 13 मामलों बीएसए ने अभी तक निस्तारण नहीं किया है।इन सभी पर डीएम ने बीएसए से रिपोर्ट तलब किया है। हालाकि मौके पर बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी मौजूद नहीं थे।वह किसी विभागीय कार्य से बाहर गए हुए थे।
By Suresh Singh