मां का दर्जा भगवान से ऊपर माना जाता है, लेकिन मिर्जापुर जिले के पचरा गांव में एक दिल दहलाने वाली ऐसी वारदात सामने आई जहां मां की ममता ही मर गई। यहां एक मां ने अपने कलेजे के टुकड़ों को एक-एक कर कुएं में फेंक दिया। फिर बाहर बैठकर उनकी मौत का इंतजार करने लगी।
महिला से जब पूछा गया तो उसने बताया कि, अपने पति से फोन पर बात करने के बाद अपने तीन बच्चों को कुएं में फेंक दिया और फिर घर में आग लगा दी। यह कदम उसने अपने पति से फोन पर कहासुनी के बाद उठाया। 30 वर्षीय चंदा देवी का पति अमरजीत (35 वर्षीय) कोल मुंबई में ही रहकर काम करता है। चंदा देवी गांव में तीन बच्चों और सास ससुर और देवर के साथ रहती थी। फिलहाल तीनों बच्चों की कुएं में डूबने से मौत हो गई है। उनमें आकाश (8 साल), कृति (2.5 साल) और अनु (1 साल) शामिल हैं।
तीन बच्चों को कुएं में फेंके जाने के मामले में यह आशंका जताई जा रही है कि महिला ने कहीं हत्या करने के बाद तो शव कुएं में नहीं फेंका। डूबने से मौत होने पर अक्सर पेट में पानी भर जाता है। तीनों बच्चों का पेट नहीं नहीं फुला था। इससे लग रहा है कि हत्या के बाद शव कुएं में फेंक दिया गया। जिंदा फेंकने पर बच्चे पानी पीते तो उनका पेट पानी से भरा होता। इस मामले में पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।