मिर्जापुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का हाल, सर्जिकल वार्ड में आॅक्सीजन की समस्या
मिर्जापुर के बैरिस्टर यूसुफ इमाम सुयुक्त चिकित्सालय का हाल, नर्स के मामने के बाद हो रही लापरवाही
Published: 13 Aug 2017, 09:31 AM IST
मिर्जापुर. बीआरडी मेडिकल काॅलेज गोरखपुर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद भी प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पताल प्रशासन की आंख नहीं खुली। ऐसा ही एक लापरवाही का मामला मिर्जापुर के सरकारी अस्पताल बैरिस्टर यूसुफ इमाम संयुक्त चिकित्सालय में सामने आयी है, जहां सर्जिकल वार्ड में तीन दिन से आॅक्सीजन खत्म होने की सूचना देने के बाद भी सिलेंडर नहीं मिल रहा है। नर्स के अनुसार आॅक्सीजन खत्म होते ही स्टोर को सूचना दे दिया गया था, लेकिन आॅक्सीजन सिलेंडर नहीं मिला।
गोरखपुर में अस्पताल में आॅक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत के बाद शहर में स्थित जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल यूसुफ बेग मंडलीय अस्पताल में भी आक्सीजन को लेकर लापरवाही दिखाई देती है। मरीजों के जान को लेकर अस्पताल प्रशासन कितना संजीदा रहता है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में नर्स ने तीन दिन पहले आॅक्सीजन सिलेंडर की मांग की थी, लेकिन उसे अभी तक सिलेंडर नहीं मिला। जब गोरखपुर को लेकर हड़कंप मचा तो अस्पताल प्रशासन को चेतना आई और अस्पताल के सर्जिकल वार्ड से लेकर कई वार्डो में आॅक्सीजन सिलेंडर पहुचाने का कार्य किया जाने लगा।
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मगर सिलेंडर पहुंचते ही एक और खुलासा हुआ कि अस्पताल के कर्मचारी इस सिलेंडर को खोल ही नही पा रहे थे। उपकरण से इसे खोलने का प्रयास तो किया जा रहा था। मगर कामयाबी नही मिल पा रही थी। जब बार-बार प्रयास करने के बाद भी अस्पताल कर्मचारी सिलेंडर को नहीं खोल पाये तो उसे खराब बताकर वापस भेज दिया गया। इसी से अंदाजा लगता है कि अस्पताल कर्मी इमरजेंसी में कितने तैयार रहते है।
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अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में तो आक्सीजन सिलेंडर नही था, मगर चिल्ड्रेन वार्ड में सिलेंडर की व्यवस्था जरूर दुरुस्त दिखी। हांलाकि सर्जिकल वार्ड में आक्सीजन सिलेंडर न होने से अस्पताल के हालत का खुलासा खुद ही सर्जिकल वार्ड में तैनात नर्स ने की। जब नर्स से सर्जिकल वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं होने के बारे में सवाल पूछा गया तो उसने बताया कि वह तीन दिन पहले ही आॅक्सीजन सिलेंडर के लिए बोला था, जो अब गोरखपुर हादसे के बाद जाकर मिला है। जब उससे यह पूछा गया कि अगर सर्जिकल वार्ड में मरीज को ऑक्सीजन की जरूर पड़ती है तो क्या होगा? इस पर नर्स ने बताया कि मरीज को ऑक्सीजन के लिए नीचे भेज दिया जाता है। नीचे पाइप लाइन है जिसको जरूरत है नीचे जाके लगवा लेता है। फिलहाल यह व्यवस्था उस अस्पताल की है जिसे जिले के सबसे बड़े अस्पताल का तमगा हासिल है।
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