इस दौरान इलाके के अधिकारि भी साथ में मौजूद रहे। सैकड़ों सालों से चले आ रहे बेचूबीर का यह ऐतिहासिक मेला दीपावली के बाद पहले एकादसी वाले दिन शुरु होता है। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरा गांव पट जाता है। ऐसे में निरीक्षण के दौरान मेले में आने वाले श्रद्धालुओं कि सुरक्षा को लेकर अधिकारीयों ने विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश भी स्थानीय अधिकारियों को दिया। गांव में इस वक्त दस हैंडपम्प कि मरम्मत जिनमें से कुछ खराब है। इनकी मरम्मत करने और मेला स्थल पर पानी की व्यवस्था करने का निर्देश डीएम विमल कुमार दूबे ने नगरपालिका के अधिकारियों को दिया।
वहीं सुरक्षा के उद्देश्य से मेला क्षेत्र और मंदिर परिसर पर दर्जन भर सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश एस पी आशीष तिवारी ने मेला संयोजक को दिया। साथ ही मेला संयोजक और अहरौरा थाना प्रभारी प्रवीण सिंह के निर्देशन पर व्यवस्था सुचारू ढंग से करने का निर्देश भी अधिकारियों द्वारा दिया गया। वहीं मेले के आयोजन के दौरान जिन किसानों का फसल बर्बाद होगा उसका मुवायजा मेला संयोजक देगा। इस पर अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि, अगर मेला संयोजक मुवायजा देने में आना कानी करते हैं तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें बेचूबीर मेले का संयोजक रोशनलाल यादव है, जो बेचूबीर के पूर्वज हैं। सोनभद्र निवासी रोशन लाल यादव हर वर्ष दीपावली के बाद है बेचूबीर मेले कि तैयारियो में लग जाते हैं। मगर हर बार मेले में अव्यवस्था हावी रहती है। तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले में दूर दूर लोग भूत-प्रेत कि बाधा से मुक्ति और निःसन्तान दंपत्ति पुत्र प्राप्ति की मन्नत मांगने बाबा बेचूबीर की समाधि स्थल पर आते हैं।