राष्ट्रीय महासचिव के पैतृक गांव वैधा में उनके पिता स्वर्गीय विजय नारायण सिंह कि तेरहवीं का कार्यक्रम था। यह निजी कार्यक्रम था मगर इसके राजनैतिक मायने भी निकाले जाने लगे। कहने को दिग्गज नेताओं की मौजूदगी निजी थी मगर सियासत की समझ रखने वालों को इतना तो समझ मे आ गया कि यह आने वाले समय मे पूर्वांचल कि राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले ही पूर्वांचल कि राजनीति में दमखम रखने वाले दिग्गज ठाकुर नेताओं का वैधा गांव में जमावड़ा लगा हुआ था।
इस कार्यक्रम में मिर्ज़ापुर-सोनभद्र से बसपा के पूर्व एमएलसी विनीत सिंह और भाजपा के सैय्यदराजा से विधायक सुशील सिंह की एक साथ मौजूदगी चर्चा का विषय थी। इसके साथ चंदौली से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबलि सिंह और इलाहाबाद से सपा जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह उनके पति अशोक सिंह और मिर्ज़ापुर कि राजनीति में बड़े चेहरे सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष जय सिंह कि मौजूदगी भी आने वाले समय मे राजनीति दलो में बड़े बदलाव का संकेत हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार इन नेताओं की मुलाकात और परिचय अरुण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथा से भी करवाया। फिलहाल पूर्वांचल में आने वाले समय क्या बदलाव होते है यह तो समय ही बताएगा। मगर इतना तय है कि जिस तरह से पूर्वांचल के ठाकुर नेताओं का जमावड़ा वैधा गांव में हुआ उससे प्रतीत होता है। कि आने वाले समय मे राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण सिंह का पूर्वांचल के ठाकुर नेताओं और इलाके की राजनीति में दबदबा बढ़ता हुआ बताया जा रहा है। साथ ही यह पूर्वांचल में 2019 चुनाव से पहले गैर दलो के दिग्गज ठाकुर नेताओ को भाजपा के पाले में लाने कि तैयारी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बतादें कि इस इलाके से देश के राजनीति की ऊंचाइयों पर पहुंचने वाले ठाकुर नेताओं में पूर्व प्रधानमंत्री बीपी सिंह और राजनाथ सिंह के बाद अरुण सिंह तीसरे नेता हैं जो केंद्र और प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा के राष्टीय महासचिव के पद पर पहुंचे हैं।
by SURESH SINGH