कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश के लिए पास की व्यवस्था की गयी है, सिर्फ पास धारकों को अंदर जाने दिया जाएगा। उनको त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे से गुजरने के बाद कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश मिल पायेगा। कार्यक्रम शुरू होने से दो घंटे पहले तक ही प्रवेश मिल पायेगा। वही मंच और हेलीपैड के आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था खुद दिल्ली से आये एसपीजी अधिकारियों निगरानी में है।
कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा में कुल 07 एसपी रैंक के अधिकारी, 07 एएसपी रैंक के अधिकारी, 22 सीओ रैंक के अधिकारी, 35 इंस्पेटक्टर रैंक के अधिकारी, 120 उपनिरीक्षक, 125 हेड कांस्टेबल व 1100 आरक्षी, 02 कम्पनी अर्धसैनिक बल, 04 कम्पनी पीएसी बल की ड्यूटी लगायी गयी है। इसके अलावा यातायात व्यवस्था हेतु 02 यातायात निरीक्षक, 10 टीएसआई, 29 हेड कांस्टेबल यातायात, 100 आरक्षी यातायात सहित अग्निशमन सहित है।
एसपीजी, एनएसजी, सीबीसीआईडी, आईबी, एलआईयू को लगाया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल के बाहर चारों तरफ पुलिसकर्मियों की तैनाती कि जाएगी। ब्रीफिंग के माध्यम से पुलिस अधिकारियों जानकारी दे दी गयी है। जिला प्रशासन के अनुसार कार्यक्रम में मंच के बगल बने पंडाल में कुल तीन सौ लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश सरकार के लिए कार्यक्रम कितना महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोकार्पण के एक दिन पहले खुद सीएम योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और तैयारियो का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोई चूक न हो इसके बारे में खास हिदायत दिया।
By- Suresh Singh