वायरल वीडियो की तस्वीरें विंध्याचल में आयोजित नवरात्र मेले के अंतिम दिन की बताई जा रही है। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि, किस तरीके से विंध्यवासनी मंदिर पर सुरक्षा में लगें पुलिसकर्मी मां के दर्शन के लिए आये भक्तों के साथ अपराधियों सरीखा व्यवहार कर रहे हैं। मंदिर के पुरानी वीआईपी मार्ग से एक दर्शनार्थी आता हुआ दिखाई देता है। जिसे पुलिसकर्मी पहले लातों से मारता है इसके बाद उसे कई थप्पड़ मारता है। मगर दर्शनार्थी आगे की तरफ बढ़ता जा रहा है। इसके बाद की तस्वीरें वीडियो में नहीं हैं। वहीं मोबाइल से बने एक और वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सिवान बिहार से आये दर्शनार्थी को मंदिर की सीढ़ियों के पास पांच पुलिसकर्मी मिलकर उसकी पिटाई करते हैं और उसे गली की तरफ घसीट कर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। मगर स्थानीय लोग इन पुलिसकर्मियों से दर्शनार्थी को किसी तरह से बचा कर स्थानीय भाजपा के नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा के यहां लाते हैं। जहां पर भाजपा विधायक पंचायत कर उसे पुलिस से छुड़ाते हैं।
जिस समय विधायक की पंचायत चल रही थी। उस दौरान भी पीड़ित युवक विधायक के सामने फटे कपड़ो में खड़ा था। इस पूरे मामले पर मगर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं पीड़ित युवक सिपाही पांडे जो कि बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है, उसका कहना है कि, वह अपने भाई का इंतजार मंदिर पर कर रहा था। तभी पुलिस वालों ने उसे जाने के लिए कहा, वह जाने लगा तो पुलिस वालों ने उसे सीढ़ियों से धक्का दे दिया। साथ ही उसकी पिटाई भी कर दी। वहीं पिटाई करते हुए उसे चोरी के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी। पुलिसकर्मियों के इस करतूत को किसी ने मोबाइल वीडियो बना कर वायरल कर दिया। वहीं सीसीटीवी में कैद पुलिस कर्मियों के इस व्यवहार पर सफाई देते हुए पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने कहा कि, जो भी सीसीटीवी वीडियो है या उसमे जो भी मामला है, वह मंदिर की सुरक्षा से जुड़े कानून व्यवस्था के तहत उठाया गया कदम है। फिलहाल इस नवरात्र में दर्शनार्थीयो कई सुरक्षा के लिए मंदिर और उसके आसपास पुलिस ने दर्जनो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अब यही कैमरे पुलिस की मंदिर परिसर में किये गए कारनामों की तस्वीरें बयां कर रहे हैं।
input- सुरेश सिंह