पुलिस अधीक्षक अवधेश पाण्डेय ने बताया कि मृतक अतुल और मुख्य आरोपी प्रकाश सिंह का एक ही लड़की से प्रेम संबंध था। बाद में उसी लड़की की नजदीकी प्रकाश सिंह से हो गई। जब प्रकाश को अतुल के बारे में जानकारी मिली तो उसने युवती के राह से हट जाने की सलाह दी। अतुल ने संबन्ध तो तोड़ दिया लेकिन लगातार अश्लील फोटो और मैसेज भेजता रहा। इस बात को लेकर प्रकाश और अतुल के बीच दुश्मनी बढ़ने लगी थी। इधर अतुल के रिश्ते की जानकारी युवती के भाई को भी लग गई। नये प्रेमी प्रकाश और युवती के भाई ने मिलकर अतुल की हत्या की साजिश बनाई।
29 जून की रात को अतुल कहीं से लौट रहा था मांडा तिराहे पर दोनों ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अतुल को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इलाज के दौरान अतुल ने दम तोड़ दिया। मृतक के घर वालों की तरफ से चार लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी गई। दो जुलाई को बस्तरा मोड़ बाईपास पर पुलिस ने असलहे के साथ मुख्यआरोपी प्रकाश सिंह समेत चार लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया।