पुलिस के अनुसार महाशिवरात्रि के आसपास मृतक संतोष उर्फ गुड्डू चौबे ने योगेंद्र बिंद को किसी बात कर डाटा फटकारा था। जिससे वह छुब्ध था। नाराज संतोष बिंद ने योगेंद्र और उसके दो साथी आसिफ और फैजान की मदत से गुड्डू चौबे को रास्ते से हटाने की साजिश रची । गुड्डू चौबे के आने जाने के समय और गतिविधियों की निगरानी की गई। 29 मार्च को जब संतोष उर्फ गुड्डू चौबे अपने घर से निकल कर खाद व बीज भंडार गौपुरा पहुंचे तो आसिफ ने फोन से इसकी सूचना योगेंद्र बिंद और फैयाज को दिया। जिस पर मोटरसाइकिल से दोनो ने पीछा किया।
जैसे ही गुड्डू चौबे अकोढ़ी गांव पार कर सीताकुंड के पास सूनसान इलाके में पहुंचे दोनो ने गुड्डू उन पर पिस्टल से हमला किया गया पर उन्हे गोली नहीं लगी। फिर उनके सीने पर चोट कर उनकी हत्या कर दी गई। चारों लोग वहां से फरार हो गए। रविवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया।