फूलकुमारी पत्नी मनोज निवासी बिल्लीबाड़ी ओबरा को मंगलवार की सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। महिला के पति ने आनन फानन में पत्नी को चोपन स्थित सीएचसी में एडमिट कराया तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे राबर्ट्सगंज स्थित लोढ़ी हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी । दर्द से चीखती चिल्लाती पत्नी को पति लोढ़ी हॉस्पिटल लेकर पहुंचा तो डॉक्टरों की टीम ने मामला गंभीर बताकर बनारस बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। एम्बुलेंस से महिला को लेकर उसका पति बनारस जा ही रहा था कि रास्ते मे अहरौरा स्थित हनुमान घाटी उतरते ही महिला ने तीन लड़के को गाड़ी में ही जन्म दे दिया। एम्बुलेंस ड्राइवर ने अपने सूझबूझ से एम्बुलेंस को अहरौरा सीएचसी की तरफ मोड़ दिया। हॉस्पिटल पहुचते ही महिला को इमरजेंसी वार्ड में एडमिट किया गया और तीनों बेबी को ऑक्सीजन लगाया गया।
सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर हरीश चंद्रा ने बताया कि महिला को सातवें महीने में ही डिलीवरी होने से बच्चे काफी कमजोर हैं, तीनों का वजन मिलाकर लगभग 2 किलो ही है, जिसमें एक की स्थिति काफी क्रिटिकल है, बाकी दो बच्चों को भी ऑक्सीजन लगाया गया है, वहीं महिला पूरी तरह सुरक्षित है।