जिला जेल में शनिवार को कमिश्नर विन्ध्याचल मण्डल आनन्द कुमार सिंह, डीआईजी पीयूष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी अनुराग पटेल व पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार पाण्डेय अचानक ही दल-बल के साथ पहुंच गए। बिना किसी सूचना के अधिकारियों के इस तरह से जेल में पहुंच जाने पर वहां हड़कम्प मच गया। जेल अधीक्षक ने अधिकारियों को पूरे जेल का निरीक्षण कराया। इस दौरान थाना कटरा सहित भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और बैरकों में कैदियों के सामान और बिस्तर हटाकर चेकिंग की गयी। बैरकों में जाकर कैदियों से बात-चीत भी गयी तथा उनके अपराध तथा पैरवी के बारे में जानकारी ली गयीं।
निरीक्षण के दौरा कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। कैदियों को मिलने वाले खाने की जानकारी लेते हुए अधिकारियों ने वहां का किचन भी देखा और जेल में कैदियों के लिये बनाए जा रही रोटी को खुद खाकर उसकी गुणवत्ता जांची। कैदियों कों कराये जा रहे कालीन की बुनाई का भी अधिकारियों ने जायजा लिया। जेलर ने जानकारी दी कि गयी कि कालीन प्रोपराइटर कैदियों को मजदूरी देते हैं जो सीधे उनके खाते में जमा हो जाती है। कैदियों को कालीन बुनाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि जेल से छूटने पर वे स्वरोजगार कर जीवन बिता सकें। कुछ शौचालयों में टूटे दरवाजे देख आलाधिकारियों ने उन्हें बदलवाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने महिला कैदियों के साथ रह रहे बच्चों को दिये जाने वाले दूध-फल-बिस्किट वगैरह के बारे में भी जानकार ली।
By Suresh Singh