जमालपुर के ग्राम सभा हिनौता के सीयूर प्राथमिक विद्यालय में गुरूवार को बच्चों को मिड डे मिल में स्कूल के कर्मचारियों ने रोटी और नमक परोस दिया । इस स्कूल में सौ से ज्यादा बच्चे हैं । वहीं इस संबंध में स्कूल में पढ़ाने वाली महिला शिक्षा मित्र शंति देवी का कहना है कि यह देख कर अच्छा नही लग रहा पर मजबूरी है। टीचर भी स्वीकार कर रहे है कि लंबे समय से मिड डे मील को लेकर दुर्व्यवस्था है, इसका स्थानीय लोग भी विरोध कर चुके हैं, मगर कोई सुनने वाला नहीं है ।
वहीं स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ने वाली मेघा का कहना है कि आज नमक रोटी खाने को मिला है इससे पहले नमक भात भी खाने को मिला था । मामला को तूल पकड़ता देख बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी ने पूरे प्रकरण में जांच और कार्रवाई का आदेश देते हुए कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में भी आया है। वहां दो शिक्षक और एक प्रधानाध्यापिका और शिक्षामित्र है। विद्यालय का चार्ज किसी दूसरे अध्यापक को दिया है, आज उस विद्यालय में सिर्फ रोटी बनी थी, जांच करवा रहे हैं। यह गंभीर लापरवाही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि एमडीएम के लिए पर्याप्त राशि दी जा रही है तो मिड डे मील बनवाने के जिम्मेदारी प्रभारी अध्यापक की है, इस पर कड़ाई से कार्रवाई होगी, प्रधान अध्यापक के ऊपर गंभीर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी, जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि स्थानीय अरविंद का कहना है कि स्कूल में यह पिछले एक सालों से चल रहा है, कहीं नमक रोटी मिलता है तो कभी चावल रोटी। दूध आता है तो दस लड़कों में बंटता है, केला भी आता है तो भी घर चला जाता है।
BY- SURESH SINGH