प्राप्त जानकारी के अनुसार एसडीएम चुनार सुरेंद्रप्रताप सिंह को सूत्रों से जानकारी मिली कि परषोधा बाजार में किराना व्यवसाई काफी समय से पुष्टाहार की खरीद कर बेचने का काम कर रहा है। मुखबिर ने जानकारी दिया की उसके दुकान में अभी भी पुष्टाहार की बड़ी थेप धरी गई है। जिसके बाद एसडीएम की अगुवाई में बनी टीम आरोपी व्यवसाई महेशपाल की दुकान पर पहुंचकर तलाशी ली गई तो 22 बोरी पुष्टाहार मिला।
एसडीएम की कार्रवाई की बाद मामले की जानकारी सीडीपीओ जानकारी दिया व सीडीपीओ नारायनपुर अरुण कुमार को मौके पर पहुँचकर जांचकर आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। निर्देश मिलने पर सीडीपीओ अरुण कुमार ने नारायनपुर पुलिस चौकी पर पहुंचकर जाँच पड़ताल किया पता चला की पुष्टाहार की बोरी पर पता तहसील लालगंज मिर्ज़ापुर लिखा है। लालगंज में बाल पुष्टाहार वितरण करने के लिए आंगनबाड़ी को दिया गया था।
डीपीओ के निर्देश पर लालगंज की सीडीपीओ श्रीमती प्रेमलता भी नारायनपुर आकर पुष्टाहार की बोरी का जाँच पड़ताल किया ,दुकानदार महेशपाल से पूछताछ करने पर बताया कि खरीद किये गये गेहू चावल की बोरी के साथ केशवपुर जलालपुरमाफ़ी निवासी लवकुश ने अपने मालवाहन से पुष्टाहार की बोरी भी लेकर आया था । बाद ले जाने को कह रख दिया। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आदित्य फ्लोर मिल प्रा.लि. जिला बोकारो झारखण्ड द्वारा नमकीन व मीठा दलिया, लड्डू प्रीमिक्स की आपूर्ति किया जाता है, ज्ञात हो कि सीडीपीओ व आपूर्तिकर्ता के संयुक्त उपस्थिति में आंगनबाड़ी को वितरण किया जाता है।
एक बोरी में एक किलो की बीस पैकेट होता है। पुष्टाहार गर्भदात्री, छः वर्ष तक बच्चो व् स्कूल न जाने वाली ग्यारह से चौदह वर्ष की किशोरियो को दिया जाता है। चर्चानुसार आंगनबाड़ियों द्वारा पुष्टाहार को बेच दिया जाता है , पुष्टाहार का उपयोग पशुपालक पशु को खिलाने में उपयोग करते है। सीडीपीओ लालगंज प्रेमलता ने दुकानदार महेशपाल के नाम नामजद तहरीर दिया। पुलिस के छानबीन के बाद ही पुष्टाहार की कालाबाजारी का पूरा खेल सामने आएगा। सरकार द्वारा चलाये गये बाल विकास परियोजना का विभाग के ही मिली भगत से पलीता लगाया जा रहा है।