scriptनवरात्र 2018 : मंगला आरती से शारदीय नवरात्रि का आरम्भ, पहले दिन मां विंध्यवासिनी के दर्शन को उमड़े भक्त | shardiya navratri Crowd of devotees in maa vindhyavasini Temple | Patrika News

नवरात्र 2018 : मंगला आरती से शारदीय नवरात्रि का आरम्भ, पहले दिन मां विंध्यवासिनी के दर्शन को उमड़े भक्त

locationमिर्जापुरPublished: Oct 10, 2018 03:46:41 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

शारदीय नवरात्र के पहले दिन आज मिर्जापुर में तड़के से ही मां विंध्यवासिनी के दर्शन को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ गई

Vindhyachal Temple

Vindhyachal Temple

मिर्जापुर. नवरात्र के पहले दिन मां का दर्शन करने का अपना अलग ही महात्म है। चाहे वह चैत्र नवरात्र हो या शारदीय नवरात्रि। हालांकि आज से शारदीय नवरात्रि का आरम्भ हो गया है। शारदीय नवरात्र के पहले दिन आज मिर्जापुर में तड़के से ही मां विंध्यवासिनी के दर्शन को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ गई। इस दौरान मंदिर प्रांगण में प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए। शारदीय नवरात्र के पहले दिन मिर्जापुर के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में मां विंध्यवासनी कि मंगला आरती के बाद से भक्तों को दर्शन मिलने लगे। यहां के विंध्याचल धाम को सिद्धपीठ माना जाता है। मान्यता है कि यहां नवरात्र में मां के दर्शन मात्र से ही सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यहां आज भक्त शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पाकर निहाल हो गये। आठ दिनों तक लगने वाले इस नवरात्र मेले में देशभर से लाखों भक्त मां के दर्शन पूजन करने आते हैं। यह लोग नवरात्र तक इस विंध्य क्षेत्र में निवास करते हैं।

इस दिन मां का दर्शन पाने के लिए लोग आधी रात से ही कतारों में हाथ में नारियल, चुनरी लेकर खड़े हैं। घंटा-घडिय़ाल की गूंज से मंदिर में भक्त मां की भक्ति में लीन दिखे। इस बीच मां के जयकारे मंदिर में गूंजते रहे हैं। यहां कई भक्त तो वर्षों से लगातार मां के दरबार में आ रहे हैं। उनका मानना है कि यहां आने वाले सभी भक्तों की मनोकामना मां जरूर पूरी करती है।

ऐसे करें शैलपुत्री को प्रसन्न
शैलपुत्री को शहद और ब्रह्मचारणी देवी को केला और गुड़हल का पुष्प चढ़ा कर प्रसन्न कर सकते है। विंध्य धाम में मां को ”ओम हैं क्रिन क्रिन” मंत्रो का जाप कर प्रसन्न कर सभी मनोवांछित फलों कि प्राप्ति कर सकते है। वही मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने के लिए आने वाले भक्तों का कहना है कि मां के दर्शन मात्र से सभी मनोकामना पूरी होती है। बिहार के बक्सर से दर्शन के लिए आई मनीषा का कहना है कि वह यहां पिछले छः सालों से आ रही है। अष्टभुजी में रह कर आराधना करती हूं। जौनपुर से मंदिर में दर्शन करने आई भक्त शिया देवी भी बताती हैं। वह पिछले नौ सालों से लगातार विंध्यचाल आ रही है। यही पर रुक कर नौ दिनों तक पूरे परिवार के साथ पाठ करती है। नौ दिनों तक चलने वाले इस नवरात्र में भक्त जहा मां के दरबार में हाजिरी लगा कर अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्राथना करेगे।वही मंदिर आने वाले भक्तो को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन ने भी सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये है। मेला क्षेत्र को आठ जोन और सोलह सेक्टर में विभाजित किया गया है।पूरा मेला क्षेत सीसीटीवी कि निगरानी में है।मंदिर के पास ही कंट्रोल रूम बनाया गया है।मंदिर के प्रवेश द्वार पर छः मेटलडिटेक्टर लगा कर बकायदे चेकिंग के साथ किसी को अंदर जाने दिया जा रहा है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो