जिस हां सपा के इस नेता का नाम है राजेन्द्र एस बिंद जिन्हे हाल में ही सपा ने मिर्जापुर लोकसभा सीट पर पार्टी का उम्मीदवार बनाया था। लेकिन भाजपा के मछलीशहर से सांसद राम चरित्तर निषाद के सपा ज्वाइन करने के बाद अखिलेश यादव ने राजेन्द्र एस बिंद का टिकट काटकर उनके स्थान पर राम चरित्तर निषाद को पार्टी का प्रत्याशी घोषित कर दिया। ये फैसला सपा की तरफ से तब लिया गया जब राजेन्द्र नामांकन फार्म भी खरीद चुके थे। बस पर्चा दाखिल करना बाकी रह गया था।
अब राजेन्द्र ने आरोप लगाया है कि सपा जिलाध्यक्ष और पार्टी कमेटी पर उनके बारे में सपा मुखिया को गलत रिपोर्ट भेज दिया जिस कारण उनका टिकट काट दिया गया। राजेन्द्र ने कहा कि उनके पीठ में छुरा फोंकने का काम किया गया है। अगर सपा के नेता मेरे खिलाफ साजिश न रचते वो आज मिर्जापुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में होते और भाजपा गठबंधन को कड़ी टक्कर देने का काम करते।
सपा जिलाध्यक्ष ने सारा दोष राजेन्द्र पर ही मढ़ दिया था बतादें कि एक दिन पहले ही सपा के जिलाध्यक्ष ने राजेनद्र के टिकट कट जाने को लेकर बयान दिया था कि राजेन्द्र एस बिंद चुनाव लड़ने में असमर्थता व्यक्त किये थे जिसेक बाद उनका टिकट पार्टी ने बदलने का काम किया गया। जिसके बाद से ही राजेन्द्र पूरी तरह से जिलाध्यक्ष पर हमलावर हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो मिर्जापुर में सपा पूरी तरह से आपसी लड़ाई में उलझती दिख रही है। दोनों नेता जिस तरह से एक दूसरे पर हमलावर वो पार्टी के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता।