मीडिया से बातचीत करते हुए छात्रनेताओं ने कहा कि सरकार के इस विधेयक से देश के हजारों लोगों का शोषण किया जाएगा। इनकी मांग है कि देश को संप्रदाय के खाके में न बांटा जाए। छात्रों ने कहा कि देश की जीडीपी बेहद खराब है। सरकार ने अपने किसी वादे को पूरे नहीं किेये।
लोगों के पास पैसे खर्च करने की क्षमता रह गई है और न ही युवाओं को रोजगार मिल रहा है। । इस बेरोजगारी की कोई सुध सरकार को नहीं है। इनका कहना था कि अगर यह बिल वापस नहीं लिया गया तो हम सड़कों पर उतरेंगे।